भाटपाररानी, हिन्दुस्तान संवाद। कस्बा के मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज को डेलनेट की सदस्यता
भाटपाररानी, हिन्दुस्तान संवाद। कस्बा के मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज को डेलनेट की सदस्यता प्राप्त हुआ है। कालेज को मिली इस उपलब्धि से देश विदेश के 82 सौ से अधिक संस्थानों की लाइब्रेरी का छात्र व अध्यापक अध्ययन कर सकेंगे। महाविद्यालय को मिली इस सफलता को लेकर छात्रों व शिक्षकों में हर्ष है।
यह जानकारी शुक्रवार को संस्थान के प्रबंधक व वरिष्ठ भाजपा नेता राघवेन्द्र वीर विक्रम सिंह ने दी है। उन्होंने मिली इस सफलता को लेकर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सतीश चंद्र गौड़ एवं ग्रंथालय प्रभारी राजेश धर द्विवेदी की सराहना की है। कहा कि विद्यार्थी तथा आचार्य गण अब देश-विदेश के 82 से अधिक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों जैसे आईआईटी, आईआईएम, जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी, एम्स तथा महत्वपूर्ण केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं राज्य विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी के शोध एवं अध्ययन से सम्बंधित सामग्री का ऑनलाइन अध्ययन कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को लाइब्रेरी के रिमोट एक्सेस की सुविधा जल्द ही दी जाएगी, जिससे वे कही से भी महाविद्यालय की लाइब्रेरी में मौजूद शोध एवं अध्ययन से सम्बंधित सामग्री का उपयोग ऑनलाइन माध्यम से कर सके। उन्होनें कहा कि विद्यार्थियों के आकर्षण के केंद्र के रूप में केन्द्रीय ग्रन्थालय को विकसित किया जाएगा। कोशिश है कि अधिक से अधिक छात्रों को ग्रन्थालय की तरफ आकर्षित हो सकें और पठन-पाठन तथा शोध के लिए उच्चस्तरीय वातावरण का निर्माण हो सके।
उन्होंने कहा कि तक्षशिला ग्रन्थालय को ऐसा बनाया जाएगा कि विद्यार्थी 24 घंटे लाइब्रेरी को खोलने की मांग कर सके। संस्थान के उपाध्यक्ष डॉक्टर पवन कुमार राय ने कहा कि संस्थान के लिए आज दिन ऐतिहासिक क्षणों में अंकित हो गया है। प्राचार्य प्रोफ़ेसर सतीश चंद्र गौड़ ने कहा कि डेलनेट, भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना लाइब्रेरी नेटवर्क है। इसका मक़सद, सूचनाओं को इकट्ठा करना, उन्हें संग्रहित करना, और उनका प्रसार करना है।
पुस्तकालय अधीक्षक राजेशधर द्विवेदी ने कहा कि डेलनेट के ज़रिए, सदस्य पुस्तकालयों के बीच संसाधनों का आदान-प्रदान होता है। यह प्रमाण पत्र तक्षशिला ग्रंथालय को प्राप्त हो गया है।