मध्य प्रदेश की बालाघाट पुलिस ने ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान कथित तौर पर फलस्तीनी झंडा लहराने के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला कि ये लोग सोशल मीडिया रील और इंस्टाग्राम वीडियो से प्रभावित थे।
मध्यप्रदेश के बालाघाट में ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान कथित तौर पर फिलिस्तीनी झंडा लहराने के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार और एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला कि ये लोग सोशल मीडिया रील और इंस्टाग्राम वीडियो से प्रभावित थे, जिसमें कथित तौर पर फिलिस्तीनी झंडे का महिमामंडन किया गया था।
बालाघाट के पुलिस सुपरिटेंडेंट नागेंद्र सिंह ने पत्रकारों को बताया, ‘सोमवार को ईद-ए-मिलाद-उन नबी के मौके पर जुलूस के दौरान कुछ युवकों ने फिलिस्तीनी झंडे लहराए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और वीडियो के आधार पर कुछ व्यक्तियों की पहचान की।’ उन्होंने बताया कि गिरफ्तारियां भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 197 (2) के तहत की गईं।
सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान शाकिब खान (25), तौहीब बेग (20) और सोहेल (18) के रूप में हुई है और एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि ये सभी राजा नगर इलाके के रहने वाले हैं। पुलिस फिलिस्तीन के झंडे के स्रोत की जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि क्या इसमें कोई सुनियोजित साजिश या किसी संगठन की संलिप्तता तो नहीं है।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘ये लोग इंस्टाग्राम पर कुछ लोगों द्वारा फिलिस्तीन के झंडे को लहराने और उसका महिमामंडन करने वाले वीडियो से प्रेरित थे। उन्होंने एक महिला (दर्जी) को गुमराह करके उससे झंडा तैयार करवाया था।’ इसी तरह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस ने फिलिस्तीन का झंडा लहराने के आरोप में पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के परिजनों का कहना है कि उनसे अनजाने में यह गलती हुई है। उनके बच्चे शरीफ हैं।