बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का तुरंत समाधान हो सके इसके लिए उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने इंजीनियरों को नया फरमान जारी किया। आदेश में इंजीनियरों से कहा गया कि वह अपने कार्यक्षेत्र में ही ठहरें ताकि बिजली विवरण की व्यवस्थाएं बेहतर रहे।
उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने इंजीनियरों को अपने भौगोलिक कार्यक्षेत्र में निवास करने का नया फरमान जारी किया है। बिजली विवरण की व्यवस्थाएं बेहतर रहे और उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित समाधान हो सके इसे ध्यान में रखते हुए यह आदेश जारी किया गया है। नवसृजित वितरण क्षेत्रों के मुख्य अभियंता (वितरण) का कार्यालय उनके नाम में अंकित कार्यक्षेत्र में स्थापित किए जाने का आदेश दिया गया है।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष कुमार गोयल क्षेत्रीय तथा खंडीय बिजली वितरण कार्यालय को उनके भौगोलिक क्षेत्र में स्थापित करने का आदेश जारी किया है। उन्होंने लिखा है कि कई स्थानों पर क्षेत्रीय वितरण कार्यालय उनके भौगोलिक कार्यक्षेत्र में स्थित न होकर अन्य स्थान पर कार्यरत है। कुछ वितरण अधिकारी भी अपने कार्यक्षेत्र में निवास न कर अन्य स्थानों पर निवास कर रहे हैं, जिसके कारण बिजली वितरण से संबंधित कार्यों का प्रभावी क्रियान्यवन नहीं होने से उपभोक्ताओं को दिक्कतें आती हैं।
इंजीनियरों को क्षेत्र छोड़ने से पहले लेनी होगी अनुमति
मुख्य अभियंता रायबरेली क्षेत्र, सीतापुर क्षेत्र तथा प्रयागराज-दो का मुख्यालय कार्यालय क्रमश रायबरेली, सीतापुर और प्रयागराज में स्थापित किया जाएगा। ये मुख्य अभियंता उसी स्थान पर निवास भी करेंगे। मुख्यालय अथवा अपना क्षेत्र छोड़ने से पहले प्रबंध निदेशक की अनुमति लेंगे। अधिशासी अभियंता वितरण तथा उपखंड अधिकारी के कार्यालय भी उनके भौगोलिक कार्यक्षेत्र में ही होंगे। इन अधिकारियों को उनके भौगोलिक कार्यक्षेत्र में निवास करना होगा। यह भी आदेश दिया है कि बिजली वितरण खंडों के नाम उनके भौगोलिक कार्यक्षेत्र के नाम के मुताबिक ही रखा जाए।