देवरिया में नागरी प्रचारिणी सभा ने हिन्दी दिवस का आयोजन किया। सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने डॉ. केसी अजय कुमार को नागरी रत्न से सम्मानित किया। अन्य साहित्यकारों को भी विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया।…
देवरिया, निज संवाददाता। नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने उपन्यासकार केरल तिरुवनंतपुरम के डॉ. केसी अजय कुमार को नागरी रत्न से सम्मानित किया। मुख्य अतिथि ने राजीव रंजन प्रसाद उपन्यासकार एवं साहित्यकार, फरीदाबाद को नागरी भूषण, मोहन पाण्डेय कवि हाटा कुशीनगर व सूर्य प्रकाश मिश्र प्रख्यात कवि वाराणसी को नागरी श्री सम्मान से विभूषित किया। सम्मान के रुप में अतिथियों को अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र दिया गया।
मुख्य अतिथि सांसद त्रिपाठी ने कहा भारतीय संस्कृति हिन्दी के हृदय में प्रवाहित होती है। नागरी रत्न से सम्मानित डा. केसी अजय कुमार ने कहा मेरा सम्पर्क देवनागरी से बचपन से ही हो गया। मेरी मां हिन्दी जानती थी। उन्होंने मेरे लिए शिक्षक का कार्य किया। पूर्व मंत्री इन्द्र कुमार दीक्षित ने कहा कि आखिर हिन्दी कब राष्ट्र भाषा होगी। कार्यक्रम को नागरी भूषण सम्मान से सम्मानित राजीव रंजन प्रसाद, नागरी श्री से सम्मानित सूर्य प्रकाश मिश्र, मोहन पाण्डेय ने संबोधित किया। अध्यक्षता कर रहे आचार्य परमेश्वर जोशी व मंत्री डॉ.अनिल कुमार त्रिपाठी ने अतिथियों का आभार जताया।
संचालन डॉ. रविकांत मणि त्रिपाठी ने किया। इसमें सभाध्यक्ष जोशी ने सदस्यता ग्रहण किए सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्य अतिथि ने 12 सितम्बर को आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ छेदी प्रसाद विवश की वाणी वंदना और दयाशंकर कुशवाहा के कुलगीत से हुआ।
इसमें सरोज कुमार पाण्डेय, डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, वृद्धिचंद्र विश्वकर्मा, श्वेतांक करण त्रिपाठी, अभय कुमार द्विवेदी, बृजेश पांडेय अधिवक्ता, डॉ मधुसूदन मणि त्रिपाठी, बृजेश पांडेय प्रबंधक, गोपाल कृष्ण सिंह रामू, सतीश पति त्रिपाठी, रमेश चंद्र त्रिपाठी, दुर्गा पाण्डेय, डॉ. शकुंतला दीक्षित, रवीन्द्र नाथ तिवारी, ऋषिकेश मिश्र, अचल पुलस्तेय, भावना सिन्हा, रमाकांत कुशवाहा, उद्भव मिश्र, दिनेश कुमार त्रिपाठी, राहुल श्रीवास्तव, चन्द्रमा भारद्वाज, रजनीश गोरे आदि उपस्थित रहे।