बदरीनाथ हाईवे पर कमेड़ा में गुरुवार शाम मलबे का पहाड़ खड़ा हो गया। दोनों तरफ बड़ी तादाद में लोग फंस गए। इंतजार में दिन का उजाला घनी अंधेरी रात में तब्दील हो गया और ऊपर से मूसलाधार बारिश।
रह-रहकर पहाड़ी से गिरते बोल्डरों के धमाकों से बदरीनाथ दर्शन के लिए जा रहे तीर्थयात्रियों का कलेजा कांप रहा था। लाचार यात्री वाहनों में दुबके बैठे थे। कमेड़ा के राकेश कंडवाल से तीर्थयात्रियों की यह तकलीफ देखी नहीं गई।
कंडवाल ने परेशान यात्रियों को अपने घर पर ठहरने का न्योता दिया। हताश यात्रियों को लगा, जैसे बदरीनाथ ने उनकी मनोकामना पूरी कर दी। एक के बाद एक कमेड़ा के कई घरों में यात्रियों को अतिथि की तरह ठहराया।
स्थानीय लोग ही नहीं, जिला प्रशासन ने भी फंसे यात्रियों के लिए गौचर में रहने-खाने का मुफ्त इंतजाम किया। होटल कारोबारी भी यात्रियों की मदद के लिए आगे आए। हाईवे पर फंसे यात्रियों ने इससे पहले वापस लौटकर होटल या लॉज तलाशने की कोशिश की। पहले पहुंचे यात्रियों को कमरे मिल गए, लेकिन होटल पैक हो जाने के कारण करीब सौ यात्रियों को जगह नहीं मिल पाई।
प्रशासन ने गौचर में किया इंतजाम
बदरीनाथ हाईवे गौचर के कमेड़ा में गुरुवार बंद होने के बाद प्रशासन ने 130 यात्रियों को होटलों में ठहराया। उनके भोजन की व्यवस्था की। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब के तीर्थयात्रियों सहित अन्य मुसाफिर रात 10 बजे कमेड़ा में छोटे बच्चों व बुजुर्ग लोगों के साथ रोड खुलने का इंतजार कर रहे थे।
90 तीर्थयात्रियों को लोगों ने अपने घरों में बुलाया। गौचर व्यापार संघ के उपाध्यक्ष हरीश नयाल ने भी लोगों को घर में ठहराया। उधर, गुरुवार रात जोशीमठ-मलारी मोटर मार्ग पर 40 लोग फंस गए थे। उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया।
गौरीकुंड में कारोबारी आगे आए
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गौरीकुंड में गुरुवार को बड़ी तादाद में यात्री फंसे थे। गुजरात निवासी यात्री विजय भाई ने बताया कि गौरीकुंड के व्यापारियों ने उनकी काफी मदद की। दो दिन के बजाय एक ही दिन का होटल का किराया लिया। सर्दी हो रही थी तो कई जगहों पर अलाव भी जलाए।
पटना के गोविंद लाल और कोलकाता के श्याम घोस ने गौरीकुंड के व्यापारियों की तारीफ करते हुए कहा कि यदि किसी यात्री के पास कैश नहीं है तो उनकी भी मदद कर रहे हैं। यात्रियों के प्रति व्यापारियों में ऐसा भाव देख काफी खुशी हुई। स्थानीय व्यापार संघ की पहल पर होटल कारोबारियों ने फंसे सैलानियों से एक दिन का किराया लेने का फैसला लिया।