मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को एक बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि प्रदेश में नए जिले बनाने के लिए राज्य परिसीमन आयोग का गठन कर दिया गया है। आयोग की रिपोर्ट के आधार पर ही नए जिले बनाए जाएंगे, जिसमें बीना भी शामिल रहेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए शासकीय सदस्य भी बना दिए गए हैं। अब इनमें राजनीतिक सदस्यों की नियुक्ति भी शीघ्र की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने ये बातें बीना में आयोजित विकास कार्यों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद मध्य प्रदेश के जिले और संभागों की दोबारा रचना करने की जरूरत पड़ गई है। बदली हुई आवश्यकताओं को देखते हुए नए जिले और संभाग बनाना होंगे जिसके लिए आज ही राज्य परिसीमन आयोग का गठन कर शासकीय सदस्य नियुक्त कर दिए गए हैं। भविष्य में नए जिले भी बनाए जाएंगे। आयोग की रिपोर्ट के आधार पर ही नए जिलों में बीना भी शामिल रहेगा। उन्होंने कहा इसके पूर्व सरकार थानों की सीमाओं का पुनर्निधारण कर चुकी है।
डॉ यादव ने मंडीबामोरा को नगर परिषद का दर्जा देने की घोषणा करते हुए खिमलासा को पूर्ण तहसील बनाए जाने की बात कही। इसके साथ ही बीना में पॉलिटेक्निक कॉलेज की घोषणा करते हुए कहा कि कॉलेज में पेट्रोकेमिकल पाठ्यक्रम के साथ ही अन्य रोजगारोन्मुखी कोर्स शुरू किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बीना में 30 करोड़ रुपए की लागत से 100 बिस्तर का अस्पताल बनेगा तो वहीं नपा कार्यालय के विस्तारीकरण के लिए पांच करोड़ रुपए देने की घोषणा उन्होंने मंच से ही की। इसके अलावा उन्होंने बीना में बायपास का निर्माण कराने और एक अन्य आईटीआई खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीना-आगासौद में बीपीसीएल के विस्तारीकरण के तहत 50 हजार करोड़ रुपए के निवेश के साथ ही क्षेत्र में लघु उद्योगों का रास्ता खुलेगा। उन्होंने कहा कि बदलते दौर में सागर अब किसी भी हालत में भोपाल-इंदौर से पीछे नहीं रहेगा।