देवरिया, हिन्दुस्तान टीम। जिले की सीमाओं पर पुलिस को पहरा बढ़ा तो तस्करों ने शराब बिहार पहुंचाने का नया ट्रेंड अपना लिया। पिछले कुछ माह से बेरोजगार युवक, छात्र और महिलाओं का शराब पहुंचाने के लिए वे कैरियर के रुप में उपयोग कर रहे है। पिछले कुछ दिनों में सीआईबी और आरपीएफ के द्वारा रेलवे स्टेशनों पर शराब की बरामदगी से इस खेल का खुलासा हुआ है।
2016 के पहले बिहार से यूपी में शराब की तस्करी होती थी। उस समय बिहार में शराब सस्ता मिलती थी, इस लिए बिहार से बड़े पैमाने पर शराब देवरिया जिले के बार्डर वाले थाना क्षेत्रों में होती थी। बिहार में वर्ष 2016 में शराब की बिक्री पर पाबंदी लगने के बाद यूपी के रास्ते बिहार में शराब तस्करी होने लगी। 2017 से लेकर 2021 तक हरियाणा की शराब ट्रकों में भर कर तस्कर बिहार भेजते रहे। पहले तस्कर सड़क मार्ग से तस्करी करते थे और यूपी-बिहार में तस्करी के सामान का आदान-प्रदान करते थे। तस्कर सड़क मार्ग से ही उन सामान को लेकर आते थे। भटनी में कांस्टेबल की हत्या के बाद पुलिस की सख्ती सड़क मार्ग पर बढ़ गई । जिसके चलते तस्करों के लिए सड़क मार्ग तस्करी को सुरक्षित नहीं रह गया है। इसके बाद तस्कर रेल मार्ग को अपनाने लगे हैं।
पहले तस्कर बैग और ट्राली में शराब को ट्रेनों में रख देते थे और बिहार के स्टेशन पर उतार लिया जाता था। आरपीएफ और जीआरपी ने कड़ाई किया तो तस्करों ने अपना ट्रेंड बदल दिया है। सूत्रों की मानें तो अब तस्कर जिले के भाटपाररानी और बनकटा स्टेशन के आस पास अपना गोदाम बनाए हुए है। जहां से बेरोजगार युवक, स्कूल आने वाले छात्र और महिलाओं को शराब दिया जाता है। जो अपने शरीर में बांध कर शराब की बोतल को बिहार के मैरवा, जीरादेई समेत छोटे स्टेशनों पर पहुंचा रहे है। जहां उन्हें शराब पहुंचाने के लिए पैसा मिलता है।
सीआईबी गोरखपुर कर रही है छापेमारी
शराब तस्करी पर रोक लगाने के लिए सीआइबी गोरखपुर और आरपीएफ की टीम स्टेशनों पर गश्त तेज कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में
गोरखपुर सीआईबी ने भाटपाररानी और भटनी स्टेशन से शराब को बरामद किया है। जिसमें भाटपाररानी रेलवे स्टेशन से आठ झोले में रखी देसी शराब, भटनी रेलवे स्टेशन पर शाम दो झोले से अंग्रेजी शराब, भटनी रेलवे स्टेशन से आठ हजार की शराब बरामद किया। शुक्रवार को भाटपाररानी रेलवे स्टेशन से 15 हजार रुपये की शराब बरामद हुई थी।
शराब तस्करी को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। आरपीएफ व सीआइबी संयुक्त रूप से अभियान चला रही है। शराब तस्करों पर आरपीएफ की विशेष नजर है।
प्रदीप कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर, भटनी