देवरिया, निज संवाददाता। रामपुर कारखाना विकासखंड के ग्राम पंचायत हिरंदापुर के तत्कालीन ग्राम प्रधान पर मनरेगा के अंतर्गत कराए गए 6 कार्यों की जांच में कुल 5.94 लाख के शासकीय धनराशि की अनियमितता उजागर हुई है। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने जांच अधिकारी की रिपोर्ट पर ग्राम प्रधान का पावर सीज कर दिया है। मामले में विकासखंड के करनपुर पचफेड़ा निवासी अलकेंद्र राव ने ग्राम पंचायत हिरंदापुर के तत्कालीन ग्राम प्रधान श्रीनिवास के विरुद्ध मनरेगा योजना के अंतर्गत कराए गए कार्यों में वित्तीय अनियमितता कि शिकायत की थी। इस मामले में जिला कृषि रक्षा अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया था।
जांच अधिकारी की आख्या के अनुसार तत्कालीन ग्राम प्रधान श्रीनिवास के द्वारा ग्राम पंचायत में मनरेगा के अंतर्गत कराए गए छः कार्यों में कुल 5 लाख 94 हजार की शासकीय धनराशि की अनियमितता का दोषी पाया गया। इसके बाद उन्हे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उनके द्वारा कोई स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया गया।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने ग्राम पंचायत के तत्कालीन व वर्तमान ग्राम प्रधान का पावर सीज कर दिया है। इसमें कहा गया है कि जब तक ग्राम प्रधान रोपों से मुक्त न हो जाएं प्रधान पद के शक्तियों के प्रयोग एवं कार्यों के संपादन के लिए ग्राम पंचायत में त्रिस्तरीय समिति गठित किया है। प्रधान के विरुद्ध आरोप की अंतिम जांच को जिला कृषि अधिकारी को जांच अधिकारी नामित पंद्रह दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।