संवाददाता। विजय कुमार अग्रहरी।
सोनभद्र। रविवार को रॉबर्ट्सगंज स्थित द लोटस बैंक्वेट सभागार में आइडियल होम्योपैथिक वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन सोनभद्र के तत्वाधान में आयोजित प्रादेशिक होमियोपैथिक वैज्ञानिक संगोष्ठी के तीसरे सत्र का विषय असाध्य रोगों में होम्योपैथिक विधा क्या कर सकती है। इस सत्र के मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद राम सकल और मुख्य वक्ता मनोरंजन पाल रहे अध्यक्षता आर सी श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद राम सकल ने आदिवासी बाहुल्य जनपद में होम्योपैथिक चिकित्सा को कारगर बताते हुए कहा कि प्रदूषण के दौर में जब संपूर्ण विश्व वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, प्रकाश प्रदूषण की समस्याओं से जूझ रहा है। खाद युक्त भोजन, जल मानव ग्रहण कर रहा है। ऐसी स्थिति में प्रदूषण से होने वाले रोगों का इलाज होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में है, होम्योपैथ मीठी- मीठी गोलियो से छोटे-छोटे नवजात शिशुओ के स्वास्थ्य का संरक्षण करती है वहीं इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा सुप्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के जनक हैनिमेन की तस्वीर पर माल्यार्पण कर व द्वीप प्रज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के अंत में संगठन के सोनभद्र अध्यक्ष डॉक्टर कुसुमाकर श्रीवास्तव और डॉ. सीबीडी पांडे ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर डॉक्टर अभिषेक देव पांडेय, मनोरंजन पाल, अजीत सिंह, वंशराज आनंद, ए के सिंह, आनंद कुमार (मिर्जापुर) अनिल कुशवाहा, बीवी नवाब, दिनेश त्रिपाठी, आरती श्रीवास्तव, आनंद नारायण, रविशंकर मिश्रा,प्रकाश श्रीवास्तव, हर्ष कुशवाहा, गौरव, अक्षय कुमार मिश्रा, रवि सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।