संवाददाता। जय प्रकाश सिंह।
सिंगरौली। भारत सरकार की सिंगरौली स्थित मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफ़ील्डस लिमिटेड न केवल राष्ट्र की ऊर्जा जरूरतों में निरंतर सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है अपितु व्यावसायिक विविधीकरण और सतत विकास के लिए भी निरंतर कार्य कर रही है। इसी क्रम में कंपनी ने डेलोइट के साथ मिलकर सौर ऊर्जा के संबंध में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का एमडीआई, सिंगरौली में आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सीएमडी, एनसीएल बी. साईराम, निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/संचालन) जितेंद्र मलिक, निदेशक (तकनीकी/परियोजना व योजना) सुनील प्रसाद सिंह उपस्थित रहे। बतौर विषय-विशेषज्ञ डेलोइट से रजनीश शर्मा और प्रभात लखेरा ने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस विशिष्ट प्रशिक्षण के दौरान अक्षय ऊर्जा व सौर ऊर्जा के लिए जरूरी नीतिगत परिवेश, नियमावलियों व इसके लिए मौजूद वैश्विक व भारतीय बाजार परिदृश्य पर व्यापक विमर्श हुआ। इस दौरान सौर ऊर्जा के संदर्भ में विपणन संभावनाएँ, तकनीकी प्रशिक्षण, सिमुलेशन, परियोजना प्रबंधन, परिचालन प्रबंधन, सर्वोत्तम प्रथाओं का निर्धारण, वाणिज्यिक संरचना व निविदा एवं वित्तीय प्रबंधन पर भी गहन मंथन व परिचर्चा हुआ। इस प्रशिक्षण में एनसीएल की विभिन्न परियोजनाओं एवं इकाईयों से 68 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें मुख्य रूप से विद्युत एवं यांत्रिकी, वित्त, कॉर्पोरेट प्लानिंग व अनुसंधान एवं विकास विभाग से जुड़े हुए एनसीएल के युवा अधिकारी सम्मिलित हुए। उल्लेखनीय है कि एनसीएल ने पहले ही 50 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र चालू कर दिया है और 250 मेगावाट की अतिरिक्त सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।