विंध्य ज्योति गाजीपुर। शिव शंकर पाण्डेय
गाजीपुर। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित गाजीपुर में सुकन्या समृद्धि योजना का कमजोर वर्ग पर प्रभाव विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर द्वारा किया गया है। यह कार्यशाला समाजशास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ० रूचि मूर्ति सिंह द्वारा उपरोक्त विषय पर की गई अल्पकालिक अनुभवजन्य अनुसंधान (व्यक्तिगत) के तहत संपन्न की गई।शोध परियोजना के अंतर्गत शोध परिणामों को लेकर जानकारी दी गई। कार्यशाला दो सत्रों में संपन्न हुई जिसमें प्रथम सत्र का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी गाजीपुर के प्रतिनिधि श्री दिनेश कुमार (अपर जिलाधिकारी) के साथ श्री चंद्रशेखर यादव (एएसडीएम सदर), श्री संजय कुमार सोनी (जिला प्रोबेशन अधिकारी) एवं युनीसेफ से सुश्री रिजवाना परवीन एवं प्राचार्य प्रोफे० (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा माॅं सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मुख्य वक्ता प्रोफे० (डॉ०) एस० डी० सिंह परिहार ( मुख्य नियंता) ने सुकन्या समृद्धि योजना पर प्रकाश डाला। द्वितीय सत्र के दौरान प्रमुख अनुसंधान कर्ता डॉ० रूचि मूर्ति सिंह द्वारा अपने अनुसंधान के परिणामों से प्रतिभागियों को अवगत कराते हुए कहा गया कि गाजीपुर जैसे पिछड़े जनपद में सुकन्या समृद्धि योजना का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस योजना से गाजीपुर जनपद की मुख्यतः कमजोर वर्ग की बालिकाएं एवं महिलाएं विशेष रूप से लाभान्वित व सशक्त हो रहीं हैं। उन्होंने इस योजना को इस पिछड़े हुए क्षेत्र के लिए नारी सशक्तिकरण के मार्ग में दीर्घकालिक कदम के रूप में स्वीकार किया है। उन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना की जनपद में प्रासंगिकता, प्रभावशीलता एवं कार्य क्षमता पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। इस कार्यशाला में लगभग 120 प्रतियोगियों ने भाग लिया जिसमें प्राध्यापक , शोधार्थी, ग्राम प्रधान, ब्लॉक प्रमुख, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, बैंक, पोस्ट ऑफिस के विभिन्न कर्मचारी एवं अधिकारी आदि सम्मिलित रहे।