संवाददाता। राजेश कुमार पाठक।
-लोकगीतों की बही बयार
-भारतीय संस्कृति में सूर्योपासना कृति विमोचित।
-नन्हे मुन्ने बच्चों की आकर्षक प्रस्तुति ने श्रोताओं का मन मोहा।
– आदिवासी कलाकारों ने की करमा नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति।
सोनभद्र। आदिवासी बाहुल्य जनपद सोनभद्र से मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का नाता रहा है और आदिवासियों, वनवासियों और गिरिवासियों के सहयोग से ही भगवान श्री राम ने लंका पर विजय प्राप्त किया था। उक्त बातें शुक्रवार की देर शाम राबर्ट्सगंज नगर स्थित रामलीला मैदान में आयोजित श्री रामोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सदर विधायक भूपेश चौबे ने व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सोनभद्र जनपद लोक संस्कृति की उर्वरा भूमि रही है, जिसकी झलक हमें लोक साहित्य में दिखाई देती है। वरिष्ठ साहित्यकार दीपक कुमार केसरवानी द्वारा लिखित, केंद्रीय हिंदी निदेशालय भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित, सूर्यवंशी भगवान श्री राम को समर्पित कृति भारतीय संस्कृति में सूर्योपासना में भगवान भास्कर का खगोलीय, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, साहित्य का विमोचन किया गया। उपरोक्त विचार श्री राम जन्मभूमि पर स्थापित भव्य मंदिर में राम लला के बाल विग्रह मूर्ति की स्थापना, प्राण- प्रतिष्ठा के उपलक्ष में रामायण कल्चर मैपिंग योजना के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर एवं उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के सदस्य दीपक कुमार केसरवानी की अध्यक्षता, उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान के सहयोग से जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज के श्री रामलीला मैदान में संस्कृति महोत्सव के अंतर्गत आदि पर्व श्री रामोत्सव के भव्य आयोजन में वक्ताओं ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सदर विधायक भूपेश चौबे, विशिष्ट अतिथि डा० कुसुमाकर श्रीवास्तव, अध्यक्ष दीपक कुमार केसरवानी द्वारा भगवान श्री राम के समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण, ग्लेनहिल स्कूल छपका के नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा संगीतमय श्री राम स्तुति, हनुमान चालीसा पाठ से किया गया। कार्यक्रम में देश की सुप्रसिद्ध गायिका अपर्णा तिवारी (लखनऊ), कजली क्वीन सुश्री उषा गुप्ता (मिर्जापुर), कुसुम पांडे (वाराणसी), प्रतीक मिश्रा (सोनभद्र) ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम पर आधारित लोकगीत, कजली, सोहर, बधाई गीतों से श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया। कार्यक्रम का समापन गिनीज ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सम्मिलित प्रयागराज के राजेंद्र तिवारी उर्फ दुकान जी द्वारा राम भजन पर आधारित मूंछ नृत्य से हुआ। वहीं आदिवासी कलाकारों द्वारा करमा नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति ने सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। मुख्य अतिथि सदर विधायक भूपेश चौबे, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर कुसमाकर श्रीवास्तव, कार्यक्रम के अध्यक्ष दीपक कुमार केसरवानी, वरिष्ठ साहित्यकार प्रतिभा देवी,पत्रकार हर्षवर्धन केसरवानी द्वारा कलाकारों एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन सोन एडवेंचर के डायरेक्टर नीरज द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम में कौशल शर्मा, चंचल शर्मा, कुशाग्र शर्मा, ज्योत्सना श्रीवास्तव, मनीष चौबे, दीपिका गुप्ता,राजेश गुप्ता, हरीश अग्रवाल, जितेंद्र प्रताप सिंह, देवेश मिश्रा,अजीत सिंह आदि लोक साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।