संवाददाता। विशाल गुप्ता।
स्थाई कामों में ठेका प्रथा गैरकानूनी- वर्कर्स फ्रंट।
यूनियन के 18 फरवरी के जिला सम्मेलन को सफल करने की अपील।
बीजपुर, सोनभद्र 12 फरवरी 2024, राष्ट्रपति भवन लेकर उद्योगों और सरकारी संस्थाओं तक स्थाई कामों में चलाई जा रही ठेका प्रथा गैरकानूनी है और ठेका मजदूर विनिमयन कानून का उल्लंघन है। यह प्रथा मजदूरों की मजदूरी की लूट के लिए कराई जा रही है। एनटीपीसी में भी रेलवे लोडिंग के स्थाई काम में संविदा प्रथा के जरिए सहायक लोको पायलटो की नियुक्ति की गई और उन्हें स्थाई लोको पायलट की तुलना में चौथाई मजदूरी दी जा रही है। इसके खिलाफ रणनीति बनाने के लिए 18 फरवरी को पिपरी में ठेका मजदूर यूनियन का जिला सम्मेलन हो रहा है जिसमें बीजपुर के मजदूर भी शामिल हो। यह अपील वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष दिनकर कपूर ने आज बीजपुर एनटीपीसी में आयोजित संविदा श्रमिकों की बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लेबर कोड लाकर समान काम के समान वेतन के कानून और ठेका मजदूरों की स्थाईकरण के कानून को खत्म करने में लगी है। काम के घंटे 12 कर यह सरकार आधुनिक गुलामी लाने पर आमादा है। यदि तीसरी बार सरकार बनी तो लेबर कोड को लागू किया जाएगा जिससे मजदूरों का बड़े पैमाने पर शोषण होगा। बैठक में मजदूरों ने बताया कि बीजपुर प्लांट में संविदा में काम कर रहे मजदूरों को डबल ओवर टाइम की जगह ओवर टाइम का सिंगल भुगतान किया जा रहा है। आउटसोर्सिंग कम्पनियों को लगाकर स्थाई कामों में स्थाई कर्मचारियों की तुलना में बेहद कम वेतन पर मजदूरों से काम कराया जा रहा है। एनटीपीसी ने सहायक लोको पायलटो की नियुक्ति की और अब उन्हें पदोन्नति का भी लाभ नहीं दिया जा रहा है। ठेका मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष कृपा शंकर पनिका ने मजदूरों की स्थिति पर बोलते हुए कहा कि इन सवालों को सहायक श्रम आयुक्त भारत सरकार प्रयागराज के सम्मुख उठाया जाएगा। बैठक में सुधीर कुमार, तफशील शेख, विनोद कुमार, रानवेश, अजीत कुमार पटेल, सोनू कुमार सिंह, धर्मेंद्र यादव, शशि कुमार पटेल, सत्येंद्र पाल, दीपक कुमार, सुनील कुमार, अवधेश गुप्ता, जितेंद्र कुमार पटेल, रोहन राज, बजरंगी कुमार आदि मजदूरों ने अपनी बात को रखा।