संवाददाता – विजय कुमार अग्रहरि।
सोनभद्र। अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह की अध्यक्षता में विभिन्न आपदाओं से बचाव हेतु स्कूल/डिग्री कालेज एवं ग्राम पंचायत एवं तहसील स्तर पर जन जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन विकास कार्यालय के परिसर में स्थित पंचायत रिसोर्स भवन में द्वितीय दिवस का प्रशिक्षण आरंभ हुआ प्रशिक्षण 26दिसम्बर, से शुरू होकर 30 दिसम्बर, 2023 तक चलेगा, आयोजित द्वितीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में विकास खण्ड रॉबर्ट्सगंज,चतरा, नगवां व करमा क्षेत्रों में स्थित समस्त प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक व शिक्षिकाओं को राज्य स्तरीय प्रशिक्षित आपदा प्रबंधन प्रशिक्षक साधना मिश्रा व शेष मणि दूबे द्वारा प्रशिक्षित किया गया जिसके माध्यम से सभी शिक्षकों व प्रतिभागी को जिले स्तर पर प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा ने कहा कि करें प्रशिक्षित, रहें सुरक्षित के तर्ज पर हम सभी नागरिकों को बज्रपात, सर्पदंश, शीतलहर, लू, सुरक्षा से बचाव, आंधी-तूफान, भूकंप व बाढ़ जैसी विभिन्न आपदाओं से लोगों को बचाव के उपायों की जानकारी दी गई, और आपदा के दौरान क्या करें, क्या न करें के प्रति जागरूक भी किया जायेगा, इन ट्रेनरों द्वारा दिलाया जा रहा प्रशिक्षण को गहनता पूर्वक जानकारी प्राप्त करते हुए स्कूल व ग्राम स्तर पर किसी प्रकार की आपदा आने पर खुद को कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए लोगो को प्रशिक्षित कर जागरूक आपदा से होने वाली जनहानि, पशु हानि न हो इसके लिए लोगों को जागरूक करते हुए आपदा प्रबंधन साइकिल पर प्रशिक्षित भी किया जाये, उन्होंने कहा कि आपदा से बचाव के लिए लोगों को इस तरह से प्रशिक्षित किया जाये कि आपदा आने पर खुद को सुरक्षित रखते हुए दूसरे की भी मदद किया जा सके। उन्होंने कहा कि सर्पदंश के दौरान ज्यादातर लोग झाड़-फूक के चक्कर में पड़कर लोगों की जान गवा देते हैं, जबकि सर्पदंश की स्थिति में सबसे पहले बिना समय गवायें अस्पताल में ले जाना चाहिए और अच्छी तरह से ईलाज कराना चाहिए जिससे जनहानि न होने पायें। उन्होंने कहा कि आपदा जैसी घटनाएं होने की स्थिति में आपदा विभाग द्वारा राहत राशि देने का प्राविधान है, इसके लिए लोगों को विशेष रूप से जागरूक करने की जरूरत है जिससे इस स्थिति में उस व्यक्ति की मदद हो सके। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इसी तरह से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर स्कूल के बच्चों व आप-पास के लोगों को प्रशिक्षित करते हुए आपदा की स्थिति में बचाव, सुरक्षा आदि उपायों की जानकारी देते हुए जागरूक किया जाये, इसलिए शिक्षक, शिक्षिकाओं से गहनता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने* पर बल दिया गया। जिले के तहसील दुुद्धी क्षेत्र में बज्रपात जैसी आपदा होती रहती है, इसके लिए दुद्धी क्षेत्र के 31 स्थानों पर बज्रपात सुरक्षा अलार्म सिस्टम लगाया गया है, जिस वजह से बज्रपात होने से पहले इस सिस्टम से लोगों को जानकारी हो जाती है, इसका यह परिणाम है कि आज बज्रपात जैसी घटना कम हुईं हैं। इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारी ओंकारनाथ आंनद तिवारी द्वारा आपदा से बचाव सम्बन्धी अपने-अपने विचार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन राज्य स्तरीय प्रशिक्षक साधना मिश्रा द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में राज्य स्तरीय प्रशिक्षक शेषमणि दुबे, जनपद के चयनित आपदा मित्र राहुल यादव, ज्योति यादव, सविता, निखिल, निभा, विशाल, गंगाजली आदि आपदा मित्र उपस्थित रहें।