संवाददाता – विजय कुमार अग्रहरि।
चोपन/सोनभद्र। बिहार, झारखंड और यूपी के पूर्वांचल सहित देश के अन्य क्षेत्रों में मनाया जाने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ शुरू हो चुका है। जिसका समापन 20 नवंबर को होगा। महापर्व छठ पूजा को लेकर सोनभद्र के चोपन के पावन सोन नदी तट पर नगर पंचायत अध्यक्ष उस्मान अली और लिपिक अंकित पांडेय की देखरेख में तैयारियां जोरों पर है। चोपन नगर पंचायत विभाग और अन्य सामाजिक व्यक्तियों के द्वारा साफ-सफाई से लेकर सजावट का दौर अंतिम चर्म पर है। वही सोन नदी तट पर व्यवस्थाओं को लेकर सूबे के समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड़ भी मौका मुआयना करने पहुँचे और तैयारियों की व्यवस्था को लेकर खुशी जाहिर की। छठ घाट पर पहुंचे समाज कल्याण राज्य मंत्री ने कहा, प्रतिवर्ष की भांति चोपन नगर पंचायत में सोन नदी घाट पर छठ मनाया जाता है। हर वर्ष के भांति इस बार भी छठ घाट पर व्यवस्था बहुत अच्छी है। नगर पंचायत के अध्यक्ष और कर्मचारियों के साथ-साथ भाजपा के कार्यकर्ता व्यवस्थाओं को लेकर लगे हुए है। छठ घाट को सुंदर बनाया जा रहा है ताकि आने वाली माताओं- बहनों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो। सुरक्षा को लेकर मंत्री ने कहा कि, सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सभी लोग रहेंगे, ताकि किसी को भी किसी प्रकार की समस्या ना हो। इस दौरान संजीव गोंड ने नगर पंचायत के तैयारी पर खुशी जाहिर करते हुए अधिकारी और कर्मचारियों को महापर्व छठ की शुभकामनाएं दी। वही नगर पंचायत अध्यक्ष उस्मान अली ने महापर्व छठ की तैयारियों को लेकर बताया कि, नगर में साफ- सफाई और श्रद्धालुओं को देखते हुए हमारी नगर पंचायत जितनी सुविधा हो सकती है वे सुविधा देने का काम करती है। रात में ठहरने के दौरान भोजन और ठंड में घाट पर रहने के दौरान रजाई – गद्दा की व्यवस्था नगर पंचायत की तरफ से दी जाती है। घाट लंबा होने की वजह से लगभग एक महीने पहले से घाट पर तैयारियां शुरू हो जाती है। श्रद्धालु पूरे नगर क्षेत्र से निकलते है। जिस वजह से हर वार्ड हर मौहल्ले में साफ-सफाई करना और झाडू लगवाना उस पर विशेष ध्यान दिया जाता है, ताकि श्रद्धालु माता- बहनों को कोई समस्या ना हो। इस बार नदी में पानी की कमी को लेकर नगर अध्यक्ष ने कहा कि, उच्च अधिकारियों से वार्ता कर कम पानी की समस्या का हल निकाल लिया गया है। श्रद्धालु जब घाट के लिए निकलेंगे तो डैम से पानी छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि छठ घाट पट इस बार चोपन नगर क्षेत्र और आसपास के गांव से 30 से 35 हज़ार की संख्या में घाट पर श्रद्धालुओं की पहुँचने की उम्मीद है। नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि चोपन की सम्मानित जनता नगर पंचायत का काफी सहयोग करती है। क्योंकि कोई भी कार्य अकेले नहीं कर सकते। इसमे जनता और नगर पंचायत के समस्त कर्मचारियों के साथ सफाई कर्मचारियों का काफी सहयोग रहता है शनिवार को छठ के दूसरे दिन खरना का विशेष महत्व होता है। खरना के दौरान महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं। छठ घाट से आने के बाद शाम के समय मिट्टी के नए चूल्हे पर गुड़ की खीर प्रसाद के रूप में बनाई जाती है। इसी प्रसाद को व्रती ग्रहण करते हैं। छठ पूजा के खरना का प्रसाद जरूरतमंद लोगों को और अन्य लोगों के ग्रहण करने से छठी माता प्रसन्न होती हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।