संवाददाता – विजय कुमार अग्रहरि।
मिशन शक्ति अभियान फेज-4 के तहत महिला सशक्तिकरण हेतु अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर/जन चौपाल लगाकर विभिन्न उपयोगी हेल्पलाइन नम्बरों, संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, महिला हेल्प डेस्क व कानूनी प्रावधानों की जानकारी देते हुए पम्पलेट वितरित कर महिलाओं/बालिकाओं को किया जा रहा है जागरूक।
जब महिला समृद्ध होती है तो दुनिया समृद्ध होती है।
बेटियों में आत्मविश्वास को बढ़ावा देना ही मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
सोनभद्र। शासन द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वालंबन हेतु चलाए जा रहे मिशन शक्ति विशेष अभियान फेज-4 के तहत कम्युनिटी पुलिसिंग एवं महिला सशक्तिकरण हेतु पुलिस अधीक्षक डॉ0 यशवीर सिंह के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय/ऑपरेशन के पर्यवेक्षण में जनपद के समस्त थानों की शक्ति दीदी द्वारा अभियान के अन्तर्गत अपने अपने बीट क्षेत्र में भ्रमण कर/ जन चौपाल लगाकर बालिकाओं/महिलाओं को महिला सुरक्षा सम्बन्धी निम्न बिंदुओं पर सार्थक और सकारात्मक चर्चा कर गुड टच, बैड टच, नशामुक्ति, साइबर अपराधों, घरेलू हिंसा व शासन की जन कल्याणकारी योजना के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया जा रहा है। महिलाओं/बालिकाओं को शासन/यूपी पुलिस द्वारा चलाई जा रही सुरक्षा संबंधित सेवाएँ जैसे वुमेन पावर लाइन-1090, महिला हेल्पलाइन -181, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन- 1076, पुलिस आपातकालीन सेवा-112, चाइल्ड हेल्पलाइन- 1098, स्वास्थ्य सेवा-102, एम्बुलेंस सेवा-108 एवं अपने- अपने सीयूजी नम्बर के बारे में विस्तृत जानकारी देकर जागरूक किया जा रहा है। शक्ति दीदी कार्यक्रम के अंतर्गत महिला पुलिस टीम के द्वारा बालिकाओं को बताया जा रहा है कि कभी भी आवश्यकता पड़ने पर सम्बन्धित थाना/शक्ति दीदी स्क्वॉड व उ0प्र0 पुलिस द्वारा संचालित महिलाओं/बालिकाओं हेतु चलाये जा रहे नम्बरों पर बेझिझक कॉल करना चाहिए। महिलाओं एवं बालिकाओं से वार्ता कर उनके अन्दर आत्मविश्वास को बढ़ाया गया एवं महिला अधिकारों के सम्बन्ध में अवगत कराया गया साथ ही सभी बालिकाओं/ महिलाओं को बताया गया कि सभी थानो में महिलाओ की सुरक्षा/सहायता हेतु महिला हेल्पडेस्क बनाया गया है, जहां पर महिला पुलिसकर्मी द्वारा महिलाओं की शिकायत सुनी जाती है तथा समय से उनका निस्तारण कराया जाता है। हेल्पलाइन नम्बर का निर्भीक होकर उपयोग करने हेतु तथा महिलाओ को आत्मनिर्भर बनने व निर्भीक होकर अपने-अपने क्षेत्र में कार्य करने के लिये प्रेरित किया गया।