मंचन में सामाजिक जागरूकता का रहता है।प्रभाव
विंध्य ज्योति,, विकास कुमार हलचल।
परसोई सोनभद्र /यह रामलीला 40 वर्ष पुरानी स्थानीय लोगों में अपनी सहयोग से रामलीला शुरुआत की थी। वही परसोई गांव में बैठक रामलीला मैदान परिसर में आयोजित किया गया रामलीला समिति के संरक्षक संदीप सिंह व संत कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।परसोई गांव के रामलीला समिति सभी सदस्य गण उपस्थित रहे।चैत्र नवरात्र के शुभ अवसर पर परसोई रामलीला समिति के संरक्षक संदीप सिंह ने कहा कि वह गांव व शहर कस्बा धन्य हो जाता है,जहां भगवान श्रीराम की कथा का गुणगान होता है।उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम के आदर्श हमारे जीवन में आज भी प्रासंगिक हैं।भगवान श्रीराम ने समाज को सामाजिक समरसता का संदेश दिया। देश व प्रदेश में रामराज्य की परिकल्पना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्य कर रहे हैं।वही रामलीला समिति के अध्यक्ष संत कुमार ने कहा कि रामायण ऐसा ग्रंथ है,जिसका नायक भी शिक्षा देता है और खलनायक भी शिक्षा देता है। गंदगी, ये भी रावण का ही एक छोटा सा रूप ही है। ये गंदगी है जो हमारे गरीब बच्चों की जान ले लेती है। बीमारी गरीब परिवारों को तबाह कर देती है। अगर हम गंदगी से मुक्ति पाएं, गंदगी रूपी रावण से मुक्ति पाएं, तो देश के करोड़ों-करोड़ों परिवार जो अल्पायु में मौत के शरण हो जाते हैं; बीमारी के शिकार हो जाते हैं; उनको हम बचा सकते हैं। अशिक्षा, अंधश्रद्धा, ये भी तो समाज को नष्ट करने वाली हमारी कमियां हैं। और उससे भी मुक्ति पाने के लिए हमें संकल्प करना होगा।रामायण गवाह है कि आतंकवाद के खिलाफ सबसे पहले लड़ाई किसी ने लड़ी थी तो वो जटायु ने लड़ी थी। एक नारी के सम्मान के लिए रावण जैसी सामर्थ्यवान शक्ति के खिलाफ एक जटायु जूझता रहा, लड़ता रहा। आज भी अभय का संदेश कोई देता है तो जटायु देता है। और इसलिए सवा सौ करोड़ देशवासी- हम राम तो नहीं बन पाते हैं, लेकिन अनाचार, अत्याचार, दुराचार के सामने हम जटायु के रूप में तो कोई भूमिका अदा कर सकते हैं। अगर सवा सौ करोड़ देशवासी एक बन करके आतंकवादियों की हर हरकत पर अगर ध्यान रखें, चौकन्ने रहें तो आतंकवादियों का सफल होना बहुत मुश्किल होता है।
इस दौरान परसोई रामलीला समिति के संरक्षक संदीप सिंह व अध्यक्ष संत कुमार ने सभी सदस्य गण का सम्मान कर आभार व्यक्त किया। वहीं अध्यक्ष संत कुमार ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 12-10-2023 को रामलीला का उद्घाटन होगा एवं 26-10-2023 को दशहरा मेले का भव्य आयोजन किया जाएगा।बैठक का संचालन समिति के महामंत्री पवन कुमार मिश्रा ने कहा कि विजयादशमी का पर्व असत्य पर सत्य की विजय का पर्व है। आताताई को परास्त करने का पर्व है। हम रावण को तो हर वर्ष जलाते हैं,आखिरकार इस परम्परा से हमें क्या सबक लेना होता है। रावण को जलाते समय हमारा एक ही संकल्प होना चाहिए कि हम भी हमारे भीतर, हमारी सामाजिक रचना में,हमारे राष्ट्रीय जीवन में जो-जो बुराइयां हैं,उन बुराइयों को भी ऐसे ही खत्म करके रहेंगे। रामलीला समिति के बैठक में समस्त सदस्यगण का आभार प्रकट किया। समिति के सदस्यगण अनिरुद्ध खरवार,राजेश खरवार, ने कहा कि भाइयो, बहनों जब मैं समाज के भीतर हमारे यहां जो बुराइयां हैं, उसको भी हमें नष्ट करना होगा,और यही विजयादशमी से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। रावण रूपी वो बातें छोटी होंगी, लेकिन वो भी एक प्रकार की रावण रूप ही है।दुराचार, भ्रष्टाचार, हमारे समाज को तबाह करने वाले ये रावण नहीं हैं तो क्या हैं। इसको भी हमें खत्म करने के लिए देश के नागरिकों को संकल्पबद्ध होना पड़ेगा।परसोई रामलीला समिति के सदस्यगण कन्हैया लाल प्रजापति,शिव कुमार,नदिलीप कुमार,राजनारायण खरवार,पारसनाथ,अक्षय,महेंद्र, सहित सभी सदस्य मौजूद रहे।