संवाददाता – अर्चना शुक्ला।
सुरेश शुक्ला रावर्टसगज व रामरती देवी बनी नगवां की ब्लाक अध्यक्ष।
ग्राम प्रधानों के अधिकार में अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं: राजकुमार।
सोनभद्र। राष्ट्रीय पंचायतीराज ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी कुमार जायसवाल की अगुवाई में जनपद के ग्राम प्रधानों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित बीस सूत्रीय मांगों का ज्ञापन एसडीएम सदर के ओसी प्रमोद तिवारी को सौंपा। इस अवसर ग्राम प्रधानों को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 15 दिसम्बर 2021 को राजधानी स्थित पंचायत निदेशालय के सभागार में घोषणा की गयी थी की मनरेगा का भुगतान प्रधान व सचिव के डोंगल हस्ताक्षर से किए जाएंगे इतना ही नहीं सामुदायिक सौचालय के केयर टेकर व स्कूल विद्युत बिल के भुगतान हेतु पृथक से धनराशि दिए जाने, जल जीवन मिशन द्वारा पाइप लाइन बिछाने के दौरान क्षतिग्रस्त मार्ग व नालियों का निर्माण पूर्ण कराते हुए कार्यदायी संस्थाओं का भुगतान ग्राम प्रधान के संस्तुति से किये जाने, ग्राम निधि से 30 प्रतिशत भुगतान की व्यवस्था समाप्त करके पूर्व की भांति एकमुश्त भुगतान की व्यवस्था प्रदान किए जायेंगे। जो अभी तक कार्यान्वित नहीं किया जा सकते हैं। इन मांगों को क्रियान्वित किए जाने सहित ग्राम प्रधानों को पूर्व में जारी शासनादेश का अनुपालन करते हुए शस्त्र लाइसेंस जारी करने की मांग की ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया। इस दौरान श्री जायसवाल ने बताया कि संगठन के कार्यो के प्रति शिथिलता बरतने के कारण ब्लाक रावर्टसगज सदर तथा नगवां के ब्लाक अध्यक्ष को पद मुक्त करते हुए रावर्टसगज ब्लाक स्थित ग्राम पंचायत अमौली के प्रधान सुरेश शुक्ला को सदर ब्लाक अध्यक्ष तथा नगवां ब्लाक के नंदना की ग्राम प्रधान रामरती देवी को राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन नगवां का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
प्रदेश सचिव मोहन पाण्डेय ने कहा कि ग्राम पंचायत को धनराशि उपलब्ध कराए बगैर जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा पत्र जारी करके धनराशि का व्यय अन्य मद में करा दिया जाता है जिससे ग्राम पंचायत का विकास कार्य प्रभावित होता है और ग्राम प्रधान ग्रामवासियों को मूलभूत सुविधाओं को मुहैया नही करा पा रहे हैं। कहा की ग्राम पंचायत में होने वाले कार्य ग्राम सभा के प्रस्ताव पर ही कराया जाय।मण्डल महासचिव राजकुमार सिंह ने कहा कि अधिकारियों द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत ग्राम पंचायत के अधिकार में अतिक्रमण करके ग्राम पंचायतों के विकास कार्य को प्रभावित किया जा रहा जिससे जनमानस के बीच ग्राम प्रधान का पद निष्प्रयोज्य होता जा रहा है जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नही है । इस मौके पर रामरती देवी, सीमा देवी, तारा देवी, राम नगीना , पकौड़ी, फूल कुमार, राजेश, उर्मिला, रज्जब अली, गुंजा देवी, कन्हई, बाबूलाल, शुशीला देवी, रेखादेवी, कतवारू, लीलावती समेत भारी संख्या में ग्राम प्रधान मौजूद रहे।