संवाददाता – विकास कुमार हलचल।
सोनभद्र- किसी के घर को रोशन करके आया हूँ, अपने हिस्से के खुशियों को किसी और के नाम करके आया हूँ, चूम ले अपने लाल के माथे को भारत माँ, अपने लहू के बूंदों को किसी और के रगों में बहने के लिए छोड़ आया हूँ उक्त बातें पत्रकार व रक्तदाता अनिकेत ने कही। वही प्रयास संस्था के सचिव दिलीप दुबे ने बताया कि पन्नूगंज से आई ढाई वर्षीय खुशी रॉबर्ट्सगंज स्थित नेशनल हॉस्पिटल में भर्ती थी बच्ची के नाना बेचन से पता चला कि हीमोग्लोबिन की मात्रा 5 ग्राम है बच्ची बहुत गम्भीर स्थिति में है और बातचीत के दौरान दिलीप दुबे ने कहा कि इस बच्ची की सूचना और रक्त के लिए समाज कल्याण मंत्री उतर प्रदेश सरकार संजीव सिंह गौड़ के छोटे भाई श्याम नारायण सिंह गौड़ द्वारा दी गयी और वो अपनी गाड़ी से रक्तदाता को डाला से रॉबर्ट्सगंज ले जाकर रक्तदान कराया, इसके लिए पूरी रक्तदाता टीम आभार व्यक्त करती है। संस्था प्रमुख दिलीप दुबे ने कहा कि अपनी जिंदगी के किरदार इतनी शिद्दत से निभाओ की पर्दा गिरने के बाद भी तालियां बजती रहे, क्या आप जानते है एक स्वस्थ व्यक्ति का स्क्रीनिंग के दौरान दो लाख से अधिक प्लेटेलट्स काउंट आता है तो वो व्यक्ति महीने में 4 बार और 1 वर्ष में 24 बार प्लेटेलट्स दान कर सकता है। वही रक्तदान पुरुष 1 वर्ष में केवल चार बार 90 दिन के अंतराल पर व महिला रक्तदात्री 120 दिन के अंतराल पर 1 वर्ष में 3 बार रक्क्तदन कर सकता/सकती है। वही रक्तदाता जीवनदाता अनिकेत ने भी कहा कि अब जब भी मौका मिलेगा रक्तदान अवश्य करूंगा आज एक मासूम की जीवन बचाकर बहुत खुशी मिली, आज मैंने अपने जीवन का 25वा रक्तदान किया। कोई दिक्कत परेशानी नही हुई सभी को रक्तदान करना चाहिए क्योंकि रक्तदान करने से हम कई प्रकार के होने वाले रोग से बच सकते है।