विंध्य ज्योति गाजीपुर। शिव शंकर पाण्डेय
गाजीपुर में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा जिला पंचायत सभागार में गुरुवंदन कार्यक्रम आयोजित किया। माधव कृष्ण ने राष्ट्र निर्माण में विवेकानंद जैसे महान विभूति के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डाला और शिक्षक समाज से अपील किया कि आज जरूरत है हम उनके मार्गदर्शन का अनुपालन करें और समाज को नई दिशा दें। शिक्षक के पास ही हर अभिभावक अपने बच्चों को भेजते हैं, सिर्फ शिक्षा लेने के लिए। हर शिक्षक का दायित्व बनता है कि बिना भेदभाव के हर बालक को शिक्षा दें। आज हम जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, चाहे जितने सभा में यहां शिक्षक बैठे हैं, वह किसी न किसी शिक्षक की शिक्षा की ही देन है।इस अवसर पर पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ०राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि शिक्षक को ही ईश्वर से ऊपर माना गया है। हम शिक्षक का दायित्व बनता है कि छात्र को अच्छी शिक्षा दें कि वह राष्ट्र हित उत्कृष्ट कार्य करते हुए भारत माता को परम वैभव के शिखर तक ले जाए। प्रोफेसर पाण्डेय ने कहा कि शिक्षक की सबसे बड़ी पूंजी उसका विद्यार्थी होता है। जब हमारा छात्र शिक्षा ग्रहण कर देश का बड़ा अधिकारी या वैज्ञानिक बनता है, तो सबसे ज्यादा प्रसन्नता हम शिक्षक को ही होती है।राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के गुरुवंदन कार्यक्रम में मौजूद शिक्षक।डॉ लहजू सिंह कुशवाहा, पूर्व प्रांतीय मंत्री राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा इस अवसर पर कहा गया कि शिक्षक एक शिल्पकार है। शिल्पकार यह जानता है कि कौन सी धारा को कितना सुंदर बनाया जा सकता है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जिलाध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव द्वारा गुरु वंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें संगठन पर अपना विश्वास से हम जो शिक्षा देने के बाद जो बच्चों आज देश और समाज को अपने गुण ज्ञान से परिपूर्ण होते हुए कार्य करने के साथ देश को आगे बढ़ाते हुए विश्व में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। वहीं गुरूदेव का नाम रोशन कर दिया है।