विंध्य ज्योति गाजीपुर। शिव शंकर पाण्डेय
गाजीपुर। जिले में जिला पंचायत सभागार में इफको नैनो उर्वरकों पर आधारित जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। अधिकारियों ने जनपद के समस्त सहकारी समितियों के सचिवों, अध्यक्षों एवं प्रगतिशील किसानों के बीच नैनो यूरिया, नैनो डीएपी के प्रयोग विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में नैनो यूरिया को बढ़ावा देते हुए रासायनिक यूरिया को कम करने का आग्रह किया गया।इफको लखनऊ से आए उप महाप्रबंधक ने रासायनिक यूरिया के नुकसान को बताते हुए नैनो यूरिया के लाभ, विशेषताएं एवं प्रयोग विधि के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया 500ml की बोतल 225 रुपए में किसानों को उपलब्ध हो रही है। जबकि यूरिया के एक बैग की कीमत 266.50 रुपये है और यदि उसमें सरकार द्वारा सब्सिडी जोड़ दी जाए तो यूरिया की एक बैग की कीमत लगभग 2300 होती है। जिससे देश को अरबों रुपए की सब्सिडी से आर्थिक नुकसान होता है। साथ ही साथ परंपरागत यूरिया के प्रयोग से मिट्टी जल एवं वायु तीनों प्रदूषित होते हैं। जबकि नैनो यूरिया पूरी तरह से पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।गाजीपुर में इफको नैनो उर्वरक की कार्यशाला में शामिल हुए ।उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया के रखरखाव एवं लाने ले जाने में भी कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि बहुत जल्द ही जनपद में नैनो डीएपी किसानों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। जिसकी क़ीमत प्रति बोतल 600 होगी जो परंपरागत डीएपी से आधे दाम से कम में उपलब्ध होगी। नैनो डीएपी को दो बार में प्रयोग करना है।