संवाददाता – विकास कुमार हलचल।
– कम्पोजिट विद्यालय अमवार कॉलोनी की बिल्डिंग ध्वस्त, 3 अतिरिक्त कक्ष में पढ़ रहे करीब डेढ़ सौ बच्चे।
दुद्धी, सोनभद्र। सरकार द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर साल करोडों रुपये खर्च किए जाते हैं जिससे बच्चों को बेहतर शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके।जून महीने में सोनभद्र के दौरे पर आए प्रदेश के मुखिया ने बच्चों को सरकारी स्कूल भेजने की अपील की थी, इसके बाद अभिभावकों ने अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए निकल पड़े और उस विद्यालय में बच्चों की संख्या डेढ़ सौ के पार पहुच गई।यहाँ तक कि दबे जुबान बिल्डिंग ध्वस्त होने का हवाला देकर शिक्षकों ने अन्यत्र एडमिशन की बात कही लेकिन अभिभावक अपने बच्चों का नाम दुद्धी ब्लॉक के कम्पोजिट विद्यालय अमवार कॉलोनी में लिखवाने के लिए आज भी परेशान हैं लेकिन शिक्षकों के सामने समस्या यह है कि जर्जर बिल्डिंग को ध्वस्त कर नीलामी करा दी गई है। इसके बाद मात्र 3 अतिरिक्त कक्ष में 1 से 8 तक की कक्षाएं जैसे तैसे संचालित की जा रही हैं।कम्पोजिट विद्यालय अमवार कॉलोनी के शिक्षकों को इस समय दोहरी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।एक तो पहले से ही कक्षाएं मजबूरी में तीन कमरों कक्षाएं संचालित करनी पड़ रही हैं तो वहीं डूब क्षेत्र से पुनर्वास कॉलोनी में आए बच्चों का नामांकन की भी विकट समस्या है। जगह की अभाव होने के कारण शिक्षकों तथा अभिभावकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।आखिर मात्र 3 कमरों में बच्चों को पढ़ाना और एमडीएम खिलाना शिक्षकों के सामने एक बड़ी चुनौती है,क्योंकि शिक्षकों के सामने मजबूरी है कि या तो कक्ष में ही भोजन कराएं या बाहर फील्ड में। जिस अव्यवस्था में कम्पोजिट विद्यालय का संचालन चल रहा है ऐसे में आखिर कैसे पढ़ेंगे और बढ़ेंगे बच्चे ? इसका जबाब किसी के पास नहीं है। इस सम्बंध में खण्ड शिक्षा अधिकारी महेंद्र मौर्य ने कहा कि जर्जर बिल्डिंग को ध्वस्तीकरण के बाद नई बिल्डिंग के लिए शासन को पत्र लिखा गया है, जैसे ही धन आबंटित होती हैं तो तत्काल नई भवन का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।