सन्तोष मिश्रा के अनुज जायसवाल।
चोपन/सोनभद्र। ज़ीरो टोरलेंस की बात करने वाली सरकार के महकमें के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी व कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पा रहे। चोपन थाना अंतर्गत क्षेत्र में आने वाले चोपन गांव में जमकर बालू का अवैध खनन हो रहा है। बालू लीज बन्द होने से हौसला बुलंद अवैध खननकर्ताओं का बाजार गर्म हो गया है। 4 हज़ार से 5 हज़ार के बीच बालू का रेट बाजार में होने से अवैध खननकर्ताओं में इस कदर लालच बढ़ गया है कि उन्हें न तो चोपन थाने का डर है वो न ही वन रेंज डाला का। या फिर यू कहा जा सकता है कि सेटिंग की वजह से उनके हौसले बुलंद है। जिस नदी क्षेत्र में अवैध खननकर्ता बालू का अवैध खनन करते है उसी क्षेत्र में विरोध करने वालों का दबाव दिलाकर मुंह बंद करा दिया जा रहा। रोजाना 10 से 15 टीपर व ट्रेक्टर अवैध बालू खनन कर सरकार को राजस्व का बड़ा चूना लगा रहे है। गुरुवार को मौके पर पहुँच कर किसी ग्रामीण ने अवैध खनन करते हुए का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। जिससे बालू की अवैध खनन होने की बात आग की तरह फैल गई। हालांकि प्रशासन तक बात पहुँची की नहीं इसकी जानकारी फिलहाल नहीं हो पाई है। क्षेत्र में अवैध खनन अगर इसी तरह बदस्तूर जारी रहा तो सरकार की जीरो टोरलेंस की नीति पर सवालिया निशान लग जायेगा। जिससे सुशासन की बात करने वाली सरकार का पलीता होना लाजमी है। अब देखने वाली बात होगी कि अवैध खननकर्ताओं पर संबंधित अधिकारी अंकुश लगाते है या फिर हौसला बुलंद अवैध खननकर्ताओं प्रशासन को चुनैती देकर अवैध खनन बदस्तूर जारी रखेंगे।