संवाददाता।मिथिलेश कुमार भारद्वाज
डाला सोनभद्र। शनिवार को नगर पंचायत डाला बाजार की बोर्ड बैठक नगर अध्यक्षा के नेतृत्व में आयोजित किया गया था जहा सभासदों ने विभिन्न मांगों के न स्वीकार करने पर बैठक का बहिष्कार कर दिया गया। वहीं सभासदों प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि इसके पूर्व में भी दिनांक 28/10/24 की आयोजित नगर पंचायत की बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया गया था। इसके बाद भी जिम्मेदारी की कार्य प्रणाली में कोई सुधार नहीं हो सका है। नगर पंचायत चुनाव के बाद जितने भी कार्य नगर अध्यक्षा के कार्यकाल में अब तक कराया गया है उसमें कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया है। जिसकी जाँच निष्पक्ष जिले की प्रशासनिक कमेटी द्वारा किया जाने की मांग किया इसके साथ ही निम्न बिंदुओं को लेकर नाराजगी व्यक्त किया है। जो नगर पंचायत को कमी की उजागर करता है। वहीं सम्पूर्ण जानकारी में सभासदों ने बताया कि
1. नगर पंचायत में साफ-सफाई की व्यवस्था सही ढंग से नहीं किया जाता है । हम लोग बोर्ड के बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया था कि हमारी नगर पंचायत नई बनी है की टीम है नगर में स्वछता जागरुकता की टीम बनाकर हर वार्ड की जनता को स्वच्छता के लिए जागरुककरना जिसमे सुखा कुड़ा क्या होता है और गीला कुड़ा क्या होता है। लेकिन इस नगर पंचायत द्वारा कोई पहल नहीं किया गया।2. नगर पंचायत में जो बोर्ड के बैठक से प्रस्ताव सभासदों द्वारा दिया जाता है उसे स्वीकार नहीं किया गया अपने निजी स्वार्थ को देखकर अध्यक्षा द्वारा कार्य कराया जाता है। 3. नगर पंचायत में जो कार्य डूडा द्वारा कराया गया उसी कार्य को मुख्यमंत्री सृजन योजना से उसका पैसा पास कराया गया है जिसका हम सभासद उसका विरोध करते है। और वह पैसा नगर पंचायत द्वारा वापस भेजने की मांग करता है।4. नगर पंचायत में जो कार्य ग्रा० प से हुआ है उसी कार्य नगर पंचायत द्वारा डेंटिंग करके उसका पैसा निकाल लिया गया यह भी वापस होना चाहिए
5. नगर पंचायत में पुरानी बोर्ड बैठक में सभासदों द्वारा यह प्रस्ताव रखा था कि जब से हम सभासद बनकर आये है और अब तक कितना विकास कार्य किन किन योजना से कराया जा रहा है। उसका आय और व्यय का बौरा दिया जाय लेकिन अध्यक्षा द्वारा बोला जाता है कि आप लोग जानकर क्या करेंगे।
6. नगर पंचायत में ठेकेदारों द्वारा घटिया मेटेरियन का उपयोग किया जा रहा था जब सभासयों ने उस घटिया मेटेरियल का विडियो बनाया और नगर पंचायत ईओ और अध्यक्ष को दिया गया आश्वासन मिला कि इसकी जाँच कराई जाई गी। किन्तु ऐसा ना कर बिना जाँच कराऐ ही। भुगतान ठेकेदारों का करा दिया गया।
7. नगर पंचायत में वार्ड नं0.05 डाला चढाई सबसे पिछडा वार्ड, है। जिसने अनु० ज० जाति के लोग रहते है उस वार्ड के सभासद द्वारा कई बार प्रस्ताव बनाकर दिया गया लेकिन कोई कार्य नहीं कराया गया ।
8. नगर पंचायत में होने वाले या कराये जाने वाले कार्य को लेकर निकाले गए टेंडरों को ऐसे अकबारी में छपवाया जाता है जो अकबार का प्रसार डाला में नहीं है और कुछ अकबार एसे है जिसका बहोत कम प्रसार है। जिसके कारण टेंडरों के निकलने की जानकारी सबको नहीं हो पाता है। जिसमे अपने चहेते को टेंडर दिलाया जा रहा है 9. नगर पंचायत डाला में नगर पंचायत की कहा कहा और कितनी भूमि है। जिसका लेखा जोखा नगर पंचायत के पास नहीं है। जिसका कारण कल्याण मंडप में जैसी जनहित की योजनाए वापस चली जा रही है 10. न०प० में सरकारी भूमि होते हुए भी न तो बच्चों के खेलने के लिये मैदान है और ना ही कोई चिल्ड्रेन पार्क है।11. न०प० डाला में जिन वार्डों में वाटर कूलर लगा है वह पूरी तरीके से घटिया मैटेरियल का प्रयोग किया गया, जब सभासदो द्वारा इसकी शिकायत न० प० अध्यक्षा से की गई तो अध्यक्षा द्वारा बोला गया की वाटर कुलर लखनऊ से कराया जा रहा है जबकी इसका भुगतान न० प० के द्वारा कराया जाना है।
12. न०प० अध्यक्षा द्वारा सभासदो के प्रति अभद्र आषाओं का प्रयोग किया जाता है के साथ अध्यक्षा के द्वारा धमकी पूर्वक अभद्र भाषाओं के साथ बोला जाता है की शांत हो जाओ वरना SC,ST लगवा दूंगी ।
13. न०प० वार्ड न०- 9 सभासद दीक्षा पटेल को निजी द्वेष से ट्रेनिग में नहीं ले जाया गया, लखनऊ में केंद्र सरकार द्वारा (अमृत 2.0) प्रशिक्षण में सभी सभासदों को बुलाया गया किन्तु में जाने के लिए तैयार थी जिसकी जानकारी न०प० को दी गई थी लेकिन अध्यक्षा के आपसी द्वेश के कारण मुझे नहीं ले जाया गया, जो की अध्यक्षा के द्वारा सभासद के प्रति बहुत ही निंदनीय कार्य किया गया है
इस दौरान वहिष्कार में (सभासद प्रतिनिधि राजेश कुमार सिंह,बलवीर कुमार (सभासद वार्ड दीक्षा पटेल (सभासद वार्ड) अवनीश देव पाण्डेय संतोष कुमार कुशवाहा विशाल गुप्ता आदि लोग शामिल रहे।