संवाददाता। मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
डाला सोनभद्र। स्थानीय डाला पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थित सीमेंट फैक्ट्री में कार्यरत एक महिला अधिकारी को 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करने और मानव तस्करी में फंसने का डर दिखाकर 2.94 लाख रुपये वसूलने का मामला प्रकाश में आते हैं क्षेत्र में मचा हड़कंप, पुलिस जांच में जुट गई है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक सोनभद्र कालू सिंह ने बताया कि सीमेंट फैक्टरी डाला में कार्यरत महिला सहायक अधिकारी सृष्टि भटट्टा मिश्रा मूल निवासी उड़ीसा ने तहरीर देते हुए अवगत कराया कि उसके मोबाइल पर 9 अक्तूबर 2024 की शाम चार बजे एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उनके सभी नंबर ब्लॉक कर दिए जाएंगे इससे बचने के लिए दी गई जानकारी के अनुसार उन्होंने जैसे ही नौ दबाया तो फोन एक फर्जी संचार कंपनी के कार्यालय से कनेक्ट होना बताया गया। तब उन्हें बताया गया कि उनके नंबर को लेकर शिकायत दर्ज हुई है उनके नाम से पकड़ा गया सिम कार्ड छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से जारी किया गया था। अगले दिन उक्त पुलिस स्टेशन से फोन आया जिसमें पुलिस अधिकारी बन ठगों ने कहा कि उनका मुंबई के एसबीआई बैंक में खाता है उनके खाता होने से इन्कार करने पर मदद के लिए एफआईआर दर्ज करने के लिए आधार कार्ड से मांगा गया फिर यह कहकर उन्हें डेराया जाने लगा कि एक व्यक्ति विवेक दास जो संदिग्ध अपराधी के रूप में 3.8 करोड़ रुपयों के साथ पकड़ा गया है। उसने मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए अर्जित रुपये में से सहायक अधिकारी को 10% यानि 38 लाख का कमीशन दिया है। अगर वे इस मामले में खुद को निर्दोष साबित नहीं कर पाती हैं तो ओजीवन कारावास की सजा सुना दी जाएगी। जिससे अधिकारी काफी डर गई। प्राथमिक जांच के नाम पर उन्हें 48 घंटों से अधिक समय तक वीडियो कॉल पर आरोपियों ने अपनी निगरानी में रखा और किसी से संपर्क तक नहीं करने दिया गया।जहा केस खत्म करने के नाम पर साइबर ठगों ने 2.94 लाख रुपये वसूल लिए। ठगी का आभास होने पर महिला अधिकारी ने सोमवार शाम को चोपन थाने में तहरीर दी गई वहीं चोपन थाना में तहरीर के आधार पर मुकदमा संख्या 226/24 धारा 66 आईटी एक्ट दर्ज करते हुए जांच की जा रही है और आरोपी ठगी करने वाले खाते दार के खाते में 2.13 हजार रुपए के साथ खाते को होल्ड करवाया गया है।