ब्यूरो रिपोर्ट सोनभद्र।
डाला सोनभद्र। अचलेश्वर महादेव मंदिर पर रुद्राभिषेक नवाह्यन पारायण यज्ञ मानस प्रवचन की शुरुआत मंदिर के महंत पं मुरली तिवारी ने राम दरबार के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित और मानस मर्मज्ञ ब्रजेश दिक्षित को माल्यार्पण करके किया। प्रथम दिवस कथा के दौरान मानस मर्मज्ञ ने बताया कि पूरे रामायण ही नही वेद पुराण स्मृति तथा उपनिषदों इतिहास का बटन दबाकर पूरे जनमानस के ह्रदय रुपी पावर हाउस को प्रारंभ कर दिया है, चार दिनों की कथा में छोटे सब स्टेशनों को जागृत करना है, जिससे हर मनुष्य के हृदय रुपी पावर जागृत हो जाए। किसी कार्य को शुरुआत करने से पूर्व आपना कार्य विघ्न हरण को सौप दें, जिससे आपके कार्य में विघ्न नहीं आएगा। हम सब राम रुपी चंद्रमा को क्यों नहीं सुन पा रहे हैं क्योंकि हम सबका मन मलिन होता जा रहा है। भगवान को निर्मलता बहुत प्रिय है।शरद ऋतु में राम कथा को संत पान करते हैं। विश्व को सुख प्रदान करने वाले है सुर्य और चंद्रमा, अपने गुणों को विकास करने के लिए पहले बोलना सिखना होगा। अपने स्वभाव से सामने वाला दिल जीत लेना ही दिग्विजय हैं, ब्रम्ह का अर्थ है ब्रम्हा बेद,ज्ञान व ब्राह्मण है,मानवता का प्रतिनिधित्व ब्राह्मण होता है,काब्य संस्कार का ब्रम्हा कवि होता है। राम जी अवतार चारों वर्णों की रक्षा के लिया हुआ है। बिना पढें ग्रंथो पर टिप्पणी करना नही चाहिए।मानस प्रवचन का संचालन यज्ञाचार्य राजेश मिश्रा ने किया। इस दौरान मानस परिवार समिति के अध्यक्ष नीरज पाठक, उपाध्याक्ष राजवंश चौबे, जगदीश तिवारी, सुरेश सिंह ,गिरिश तिवारी,राकेश पासवान, देवनाथ चंद्रवंशी ,माइंस मैनेजर सुनील कुमार सिंह समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।