रबी अभियान के तहत किसानों को डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 3600 मीट्रिक टन में से 2043 मीट्रिक टन का आवंटन किया गया है। यह वितरण लेखपालों की निगरानी में सहकारी समितियों के माध्यम से किया…
देवरिया, निज संवाददाता। रबी अभियान में लेखपालों की निगरानी में डीएपी का वितरण किया जायेगा। किसानों को खाद उपलब्ध कराने को प्रीपोजिसनिंग में रखें 3600 एमटी डीएपी में से प्रथम चरण में 2043 एमटी का आवंटन करने का निर्देश दिया गया है। पारदर्शी तरीके से उर्वरक बिक्री करने को प्रशासन ने केन्द्रों पर लेखपालों की तैनाती की है। बिक्री केन्द्रों से किसानों को 1350 रुपए में 50 किलो डीएपी की बोरी मिलेगी। रवी अभियान को देखते हुए प्रशासन व कृषि विभाग किसानों को फास्फेटिक खाद व बीज उपलब्ध कराने की तैयारी में जुट गया है। किसानों को उनकी मांग के अनुसार डीएपी उपलब्ध कराने को इस बार उर्वरक विक्री केन्द्रों पर नयी व्यवस्था की गयी है। शुरूआत में किसानों में डीएपी की मांग अधिक होती है। इसको देखते हुए जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने रबी अभियान 2024-25 में प्रीपोजिशनिंग डीएपी स्टॉक 3600 मीट्रिक टन में से 2043 मीट्रिक टन का आवंटन करने का निर्देश पीसीएफ के जिला प्रबंधक को दिया है। इस डीएपी का वितरण साधन सहकारी समितियों के माध्यम से किया जायेगा। उन्हे पीसीएफ खाते में उपलब्ध क्रेडिट बैलेंस के सापेक्ष डीएपी का आवंटन किया जायेगा। किसानों में पारदर्शी तरीके से डीएपी का वितरण करने को बिक्री केन्द्रवार लेखपालों की तैनाती की गयी है। डीएपी का वितरण उनकी निगरानी में ही किया जायेगा। किसानों को 1350 रूपये 50 किलो की प्रति बोरी डीएपी दी जायेगी।
रबी अभियान को देखते हुए पीसीएफ के गोदाम में रखे प्री पोजिशनिंग डीएपी में से 2043 एमटी का आवंटन किया जा रहा है। इसका वितरण साधन सहकारी समितियों के माध्यम से किया जाएगा। वितरण केंद्रों पर लेखपालों की ड्यूटी लगाई गई है। उनकी निगरानी में ही डीएपी की बिक्री ईपास मशीन से की जाएगी। किसानों की मांग के आधार पर डीएपी का आवंट किया जाएगा।
मृत्युंजय कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी।