बरहज (देवरिया) में सरयू नदी का उफान थम गया है, लेकिन जलस्तर अब भी खतरे के निशान से ऊपर है। प्रशासन ने राहत की सांस ली है, लेकिन तटवर्ती गांवों में पानी बढ़ने से मुश्किलें बढ़ रही हैं। नावों का संचालन…
बरहज(देवरिया), हिन्दुस्तान टीम। बाढ़ को लेकर राहत भरी खबर है। सरयू का उफान फिलहाल थम गया है। उफान थमने पर फिलहाल प्रशासन ने राहत की सांस ली है, लेकिन तटवर्ती गावों की मुश्किलों में कोई कमी नही आई है। नदी खतरे के निशान से 85 सेमी ऊपर प्रवाहित हो रही है। जिले में छाटी गण्डक को छोड़ सभी नदियां चढ़ाव पर हैं। बरहज में थाना घाट पर बने मापक पर मंगलवार को सरयू का जलस्तर 67.40 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान से 90 सेमी अधिक है। 24 घण्टे में जलस्तर में 5 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि मंगलवार को सुबह से नदी की रफ्तार थम गई है। जलस्तर का चढ़ाव थमने के बावजूद सरयू का पानी घाट की सीढ़ियों के ऊपर बह रहा है। बाढ़ से दियारा क्षेत्र के गांवों में मुश्किल बढ़ने लगी है। आबादी के आस-पास पानी का जमाव बढ़ रहा है। कच्ची सड़कें व फसलें जलमग्न हो गई है। पशु पालकों को चारा लाने के लिए पानी के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा है। पानी परसिया देवार तटबन्ध के निकट पानी पहुंच गया है। उधर कपरवार संगम तट पर नदी दौला तटबन्ध पर दबाव बरकरार है। पानी के प्रवाह से एक एक कर जियो बैग पानी मे समा रहे है। राप्ती का पानी भदिला प्रथम और कपरवार पर दबाव बना रही है। भदिला प्रथम टापू नजर आ रहा है। लोगों को जरूरी काम से घर से निकलने को नाव का ही सहारा है।
सरकारी नाव बन्द होने से परेशान रहे दूधिये
उफान को देखते हुए मंगलवार को लोक निर्माण विभाग ने नाव का संचालन बन्द कर दिया। इससे दूध लेकर बरहज आने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। प्रशासन की सख्ती के बावजूद निजी नाव चल रही है। नाविक दूधिये की मजबरी का फायदा उठा रहे है। केशव यादव, सुदामा, रामनक्षत्र ने बताया कि नाविक मनमाना किराया वसूल रहे है। नाविकों की मनमानी से लोगों की जान भी खतरे में पड़ रही है।
नदी जलस्तर खतरे का निशान
1-सरयू (बरहज घाट) 67.40 मीटर 66.50 मीटर
2-राप्ती (भेड़ी घाट) 69.90 मीटर 70.50 मीटर
3-गोर्रा (पिड़रा घाट) 70.15 मीटर 70.50 मीटर
4-छोटी गंडक (नदावर घाट) 63.40 मीटर 63.80 मीटर