मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में ट्रांसफर को लेकर एक अजब गजब मामला सामने आया है। एक मृत अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया। ट्रांसफर का आदेश मध्य प्रदेश शासन नगरीय एवं आवास विभाग द्वारा जारी किया। हालांकि मामला तूल पकड़ने के बाद इसे रद्द कर दिया गया।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में ट्रांसफर को लेकर एक अजब गजब मामला सामने आया है। लोग इसे मध्य प्रदेश नगरीय प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही मान रहे हैं। दरअसल, छतरपुर जिले में एक मृत अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया। ट्रांसफर का आदेश मध्य प्रदेश शासन नगरीय एवं आवास विभाग के उप सचिव प्रमोद कुमार शुक्ला के द्वारा जारी किया गया।
जानकारी के अनुसार, छतरपुर जिले के हरपलापुर नगर परिषद में राजस्व निरीक्षक रहे सुनील तिवारी का लंबी बीमारी के चलते 7 मई 2024 को निधन हो गया था। सुनील हरपालपुर के ही रहने वाले थे।नगरीय एवं आवास विभाग के द्वारा जारी लिस्ट में मृतक सुनील तिवारी को हरपालपुर से टीकमगढ़ जिले के लिधौराखास नगर परिषद में ट्रांसफर कर दिया गया था। सोशल मिडिया पर लिस्ट वायरल होने के बाद आवास एवं नगरीय विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई और लोगों ने जमकर ट्रॉल किया।
नगरीय एवं आवास विभाग के द्वारा आदेश करते हुए पहले तो मृतक सुनील तिवारी का ट्रांसफर छतरपुर जिले की हरपालपुर से टीकमगढ़ जिले की नगर परिषद में कर दिया गया, लेकिन जब मामला तूल पकड़ा तो भोपाल से एक आदेश फिर जारी किया गया। इसमें लिखा गया कि 27 सितंबर को सहायक राजस्व निरीक्षक सुनील तिवारी का ट्रांसफर छतरपुर जिले के हरपालपुर नगर परिषद से टीकमगढ़ जिले की नगर परिषद में किया गया था। उक्त आदेश को राज्य शासन के आदेश पर निरस्त किया जाता है।
भले ही मध्य प्रदेश नगरीय एवं आवास विभाग ने स्वर्गीय सुनील तिवारी का स्थानांतरण रद्द कर दिया हो, लेकिन एक अधिकारी जिसकी मौत 6 माह पहले बीमारी के चलते हो गई थी, उसका ट्रांसफर करने के बाद सोशल मीडिया पर आवास एवं नगरी प्रशासन को लोग जमकर ट्रॉल कर रहे हैं।