मध्य प्रदेश के नीमच जिले में एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने के बाद 24 से अधिक बच्चों की हालात बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि इंजेक्शन लगने के बाद बच्चों में उल्टी, बुखार और फफोले हो गए थे। 6 बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है।
मध्य प्रदेश के नीमच जिले में एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने के बाद 26 बच्चों की हालात बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि इंजेक्शन लगने के बाद बच्चों में उल्टी, बुखार और फफोले हो गए थे। 6 बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है। वहीं, 4 बच्चों के परिजन अपने बच्चों का निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं।
बीमार बच्चों की उम्र 2 से 4 साल के करीब की बताई जा रही है। घटना की जानकारी परिजनों को लगने के बाद हड़कंप मच गया। जिला अस्पताल में बच्चों के परिजनों की भीड़ लग गई। सूचना पर प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। एडीएम ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही इंजेक्शन का भी परीक्षण कराया जा रहा है।
नीमच जिला चिकित्सालय के शिशु वार्ड में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां 2 से 4 साल के बच्चे भर्ती हैं। शुक्रवार रात अचानक करीब 26 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। जानकारी के अनुसार एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने से बच्चो में रिएक्शन हुआ है। 6 बच्चों को जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है कुछ बच्चों को परिजन इलाज के लिए निजी अस्पताल में ले गए। बच्चों की उम्र 2 से 4 साल के बीच बताई जा रही है।
जिला अस्पताल संघर्ष समिति के तरुण बाहेती ने बताया कि घटना से अफरा तफरी मच गई। कुछ परिजन अपने बच्चों को प्राइवेट अस्पतालों में लेकर चले गए। प्रशासन मौके पर पहुंचा है और जांच पड़ताल कर रहा है। स्थिति कन्ट्रोल में है। ऐसी घटना दोबारा ना हो, इसलिए जांच जरूरी है।
सूचना मिलने के बाद एडीएम लक्ष्मी गामड़ अस्पताल पहुंची। उन्होंने मामले की जांच पड़ताल के निर्देश दिए हैं। कहा कि एंटीबायोटिक इंजेक्शन को परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है। बच्चों की स्थिति अभी कंट्रोल में है। कहा कि वह निजी अस्पताल भी जाएंगी और वहां भर्ती बच्चों की स्थिति का पता करेंगी।
रिपोर्टः विजेन्द्र यादव