_ काशी हिंदू विश्व विद्यालय में विभिन्न पदों पर सेवा रत रह बढ़ाया मान।
_ स्वाधीनता संग्राम सेनानी, पूर्व विधायक रामनाथ पाठक के हैं होनहार इकलौते पुत्र।
मिथिलेश द्विवेदी /भोलानाथ मिश्र, विंध्य ज्योति।
सोनभद्र। के आदर्श ग्राम पसही कलां के कुलीन ब्राह्मण स्मृति शेष श्रद्धेय पं०रामनाथ पाठक के इकलौते होनहार सुपुत्र डॉक्टर मार्कण्डेय राम पाठक का जन्म वर्ष 1957 मे चैत्र रामनवमी के पुण्य तिथि को हुआ। स्वनामधन्य पूज्य पिताजी जनपद के क्रान्तिकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। वर्ष 1962 मे राबर्ट्सगंज व 1967 में राजगढ़ विधान सभा से अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से सदस्य उत्तर प्रदेश विधान सभा निर्वाचित होकर सुयोग्य जननायक के रुप मे मनसा-वाचा-कर्मणा समग्र अविभाजित मीरजापुर जनपदवासियों के उन्नयन हेतु समर्पित समाजसेवा की। इ्ंटर तक की शिक्षा राजकीय सीमेंट फैक्ट्री इण्टरमीडिएट कालेज चुर्क से वर्ष 1974 मे पूर्ण कर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वर्ष 1976 में बीएससी व 1978 मे एमएससी(बायोकेमेस्ट्री) परीक्षा प्रथम श्रेणी मे उत्तीर्ण की। वर्ष 1979 से वर्ष 2022 तक पूज्य महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी द्वारा स्थापित काशी हिंदू विश्वविद्यालय ( बीएचयू) मे 42 वर्षो से आधिक समयावधि तक विभिन्न महत्वपूर्ण पदों के कार्य दायित्व का धवल छवि व सकारात्मक भाव से निर्वहन। सेवा के साथ ही वर्ष 1988 में अन्तरबिषयी पीएचडी(बायोकेमेस्ट्री- सर्जरी) उपाधि। सर सुंदर लाल चिकित्सालय मे सहायक कुलसचिव/प्रशासनिक अधिकारी व पुन:उपकुल सचिव/मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पदों पर रहते हुए जनपपद से चिकित्सा उपचार हेतु आए हजारों असहाय, गरीब व बिमारियों से ग्रसित रोगियो की सेवा-सुश्रषा हेतु पूर्ण समर्पित भाव से सेवा का सुयोग ।सहायक कुलसचिव पद पर सामाजिक विज्ञान व विज्ञान संकाय; चिकित्साविज्ञान व प्रौद्योगिकी संस्थान, सहायक परीक्षा नियंत्रक के पद पर शैक्षणिक प्रशासन का कार्यदायित्व। .उप कुल सचिव पद पर चिकित्सालय, संपदा कार्यालय, कृषिविज्ञान संस्थान का पदभार तथा परीक्षा नियंता कार्यालय मे नियमित परीक्षाओं का प्रशासनिक नियंत्रण । संयुक्त कुल सचिव पद परअखिल भारतीय स्तर पर देश के 202 शहरों मे प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन व मेरिट के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों का विविध स्नातक, परास्नातक व शोध पाठ्यक्रमों मे पूर्णसुचिता व पारदर्शितापूर्वक संपादन का शीर्ष कार्यदायित्व। विश्वविद्यालय के शीर्ष पद पर वित्ताधिकारी का अतिरिक्त पद व कार्यदायित्व का सफलतापूर्वक संपादन। विश्वविद्यालय के हिन्दी अधिकारी, संपदा अधिकारी समेत अनेक गोपनीय व महत्वपूर्ण समितियों के सचिव। वर्ष 2022 मे सेविनिवृत्ति व विस्तारित सेवावधि की सफलतम पूर्णता के पश्चात 65 बर्ष की अवस्था में अपने जनपद के किसानों के लिए प्रगतिशील कृषि व प्राकृतिक खेती तथा आधुनिक तकनीकी के कृषि यंत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु “रामनाथ रघुनाथ कृषक उत्पादक संगठन” का सृजन कर भारत को वरदान-अन्नदाता किसान की आय दुगुनी करने हेतु सतत प्रयासरत। धार्मिक आयोजनों, आध्यात्मिक प्रवचन, श्रीरामचरित मानस, श्रीमद्भागवत महापुराण व श्रीमद्भगवद्गीता के कथा प्रसंगो के माध्यम से जीवन मूल्यों के प्रति समर्पित दिनचर्या। पसही गांव के निवासी ईश्वर प्रसाद पीजी कालेज , देउराराजा के प्रबंधक मनीष पाण्डेय , श्री एकेडमीके निदेशक डॉक्टर अनिल पाण्डेय,राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सतेंद्र पाठक , प्राध्यापक मृत्युंजय पाठक पत्रकार व शिक्षक भोलानाथ मिश्र , राष्ट्रीय क्षितिज पर अपने गीतों की लोहा मनवा चुकी गीतकार डॉक्टर रचना तिवारी, साहित्यिक संस्था सोन साहित्य संगम की संयोजक एवं अधिवक्ता राकेश शरण मिश्र, आदि का कहना है कि डॉक्टर मार्कण्डेय राम पाठक सोनभद्र के आन, बान और शान है । डॉक्टर पाठक सोनभद्र का नाम रौशन कर रहे है । जनपद इन पर गर्व करता है ।