देवरिया में भारतीय किसान यूनियन की मासिक बैठक हुई। बैठक में 23 सितंबर को डीएम कार्यालय पर किसान महापंचायत को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई। किसानों ने भूमि अधिग्रहण और मुआवजे में कटौती के खिलाफ आवाज…
देवरिया, निज संवाददाता। भारतीय किसान यूनियन के जिला इकाई की मासिक बैठक सिंचाई विभाग के डाक बंगले पर जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण शाही उर्फ बड़े शाही के अध्यक्षता में हुई। इसमें 23 सितम्बर को एनएच 727ए देवरिया व एनएच 727 बी सलेमपुर नवलपुर बाईपास से प्रभावित किसानों की मांगों को लेकर डीएम कार्यालय पर किसान महापंचायत को सफल बनाने की रणनीति बनायी गयी। भाकियू पूर्वी उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष विनय सिंह सैंथवार ने कहा कि बाईपास के नाम पर किसानों के जमीन का जिले में व्यापक पैमाने पर अधिग्रहण किया जा रहा है। एक तरफ जिला प्रशासन 2020 के सर्किल रेट से ग्रामीण किसानों को प्रत्येक गाटा में 102 एयर तक चार गुना मुआवजा देने के बाद पूरे जमीन के मुआवजा में 2/3 अर्थात 67% की कटौती कर ले रहा हैं। अर्ध नगरी, नगरीय एवं विशिष्ट गावों में 2020 के सर्किल रेट से 102 एयर तक सर्किल रेट का दोगुना मुआवजा देने के बाद जमीन के मुआवजा में 2/3 अर्थात 67% की कटौती कर ले रहा हैं जो किसानो के बर्दास्त से बाहर है। इसको लेकर 23 सितंबर को महापंचायत में आर पार की लड़ाई होगी। जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण शाही ने कहा कि भाकियू किसानों के मान सम्मान पर कोई आंच नहीं आने देगी। जिला महासचिव धनंजय सिंह ने ब्लॉक अध्यक्ष, तहसील अध्यक्ष, जिला कार्यकारणी के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं से मोटी लाठियों के साथ 23 सितंबर को महापंचायत में शामिल होने की अपील की।। बैठक में विनोद गुप्ता, सुरेन्द्र चौहान, गोबिंद गुप्ता, कृष्ण मोहन उर्फ मुन्ना सिंह, चौहान, चंद्रदेव सिंह, अरविन्द उपाध्याय, डा. सुरेन्द्र चौहान, सुनील राय, बृजेश सिंह, हरिकेश मौर्य, बृजेश यादव, विजय चौरसिया, सत्याग्रह सरोज, सुशील कुमार मानव, हर्षिया नन्द सिंह, दिग्विजय नारायण कुशवाहा, रामाश्रय यादव, हदीश अंसारी, कमलेश्वर सिंह, विजय बहादुर यादव, वेद व्यास पाण्डेय आदि शामिल रहे।