बरहज(देवरिया), हिन्दुस्तान टीम। शारदा और गिरिजा बैराज से पानी छोड़ने तथा मैदानी इलाकों में
बरहज(देवरिया), हिन्दुस्तान टीम। शारदा और गिरिजा बैराज से पानी छोड़ने तथा मैदानी इलाकों में तेज बारिश के चलते नदियां फिर उफना गई है। सरयू ने इस सीजन में पांचवी बार खतरे का निशान पार किया है। राप्ती के जलस्तर में उफान दिख रहा है। सरयू का रुख देख तटवर्ती गावों के लोग सहम गए है। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को एलर्ट कर दिया है।
बरहज में थाना घाट पर बने मापक पर रविवार को सरयू का जलस्तर 67.25 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान से 75 सेमी अधिक है। 24 घण्टे में जलस्तर में 77 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है। जलस्तर में वृद्धि होने से सरयू का पानी घाट की सीढ़ियों के ऊपर बहने लगा है। अफसरों के मुताबिक स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन नदियों के बढ़ने की स्पीड से तटवर्ती गांवों के लोग सहम गए हैं। सरयू का पानी दियारा क्षेत्र के मैदानी इलाकों में फैल रहा है, जिससे किसानों की बची खुची फसलें जलमग्न हो रहीं है। पानी परसिया देवार तटबन्ध की तरफ बढ़ रहा है। उधर कपरवार संगम तट पर नदी दौला तटबन्ध पर भी दबाव बना रही है। पानी के प्रवाह से एक एक कर जियो बैग पानी मे समा रहे है। राप्ती का पानी भदिला प्रथम और कपरवार पर दबाव बना रही है। बिनोवपुरी के कटान का खतरा उतपन्न हो गया है। नदियों का रुख देख प्रशासन भी मुस्तैद हो गया है और बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है।
नदी जलस्तर खतरे का निशान
1-सरयू (बरहज घाट) 67.25 मीटर 66.50 मीटर
2-राप्ती (भेड़ी घाट) 68.25 मीटर 70.50 मीटर
3-गोर्रा (पिड़रा घाट) 68.55 मीटर 70.50 मीटर
4-छोटी गंडक (नदावर घाट) 61.95 मीटर 63.80 मीटर
नदियों के जलस्तर में अचानक उफान आया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। खतरे जैसी कहीं कोई बात नही है। मदद के लिए तहसील प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है।
-अंगद यादव, उपजिलाधिकारी बरहज।