मध्यप्रदेश के उज्जैन में गणेशोत्सव पर सजाया गया एक पंडाल खास वजह से लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, दरअसल इसमें सजावट के लिए 11 लाख रुपए के कड़कड़ाते नए नोटों का इस्तेमाल किया गया है। इसके लिए 10, 20, 50, 100, 200 और 500 रुपए के नए नोटों का उपयोग किया गया है। लाखों रुपए के नोट लगे होने के चलते इसकी सुरक्षा के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के लिए यहां सीसीटीवी और सुरक्षाकर्मियों के अलावा व्यापारीगण भी दिन-रात मौजूद रहते हैं।
करेंसी नोटों से सजा यह पंडाल शहर के बड़े गोपाल मंदिर के पास स्थित सोना-चांदी और बर्तन के व्यापार के लिए मशहूर पटनी बाजार में लगा है। यह पंडाल 3 दिनों के लिए लगा है और इसके पट दर्शनार्थियों के लिए 24 घंटे खुले हुए हैं। इस गणेश पंडाल को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त भी उमड़ रहे हैं।
6 व्यापारियों ने किया 11 लाख का इंतजाम
पंडाल के बारे में जानकारी देते हुए व्यापारी मनोज गुप्ता ने बताया कि हमने प्रदेश के साथ ही देश के कई हिस्सों में भगवान के मंदिर और पंडालों को तरह-तरह से सजाते देखा था, तो हमने सोचा कि हम भी इस बार कुछ अलग तरह से गणेश पंडाल को सजाते हैं। इसलिए विचार करने के बाद व्यापारी लोगों से संपर्क कर यह बात रखी और बातचीत के बाद नए नोटों से पंडाल को सजाने पर सहमति बनी। 6 व्यापारियों ने अपनी क्षमता के हिसाब से इसके लिए 11 लाख रुपए भी जमा करा दिए। उन्होंने ये राशि गणेश पंडाल की सजावट करने वाले अक्षय चौरसिया को दी, जिन्होंने 27 घंटो तक अथक मेहनत कर 11 लाख रुपए के फ्रेश नोटों से पंडाल को सजा दिया।
पंडाल की इतनी चाक-चौबंद सुरक्षा
मनोज गुप्ता ने बताया कि रतलाम में लक्ष्मी माता मंदिर की तर्ज पर उज्जैन के गणेश पंडाल को तीन दिन के लिए सजाया गया है। यह गणेश जी का पंडाल गोपाल मंदिर से महाकाल जाने वाले रास्ते में पटनी बाजार की सड़क पर बना हुआ है। पंडाल 24 घंटे खुला रहता है, यहां पर 11 लाख रुपए पंडाल की सजावट में लगे हैं। रुपयों की सुरक्षा के लिए पंडाल में 4 कैमरे लगाए गए हैं और साथ ही 2 बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी भी लगाए हैं, जो 12-12 घंटे की शिफ्ट में सुरक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सड़क के दोनों ओर दुकानों और मकानों पर भी करीब 32 कैमरे लगे हुए हैं। जिस पर दिन रात पंडाल की निगरानी की जा रही है। रात को सुरक्षाकर्मी के साथ व्यापारी भी पंडाल में रात गुजारकर सुरक्षा कर रहे हैं। इसी के साथ पंडाल में आग से सुरक्षा के लिए फायर सेफ्टी के भी इंतजाम किए गए हैं।
रिपोर्ट विजेन्द्र यादव