मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक सिरफिरे आशिक की करतूत सामने आई है। यहां के जीवाजी विश्वविद्यालय इलाके में एक युवक ने गर्लफ्रेंड द्वारा ब्लॉक किए जाने पर लड़की को सबक सिखाने के लिए कुछ ऐसा किया कि हवालात जाना पड़ गया। आशिक ने जीवाजी विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के राजकमल अपार्टमेंट की पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में सिरफिरे आशिक ने पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। इस घटना में गर्लफ्रेंड की स्कूटी सहित सात गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई थी। सीसीटीवी में साफ देखा जा सकता है कि एक युवक कार से निकलता है और गाड़ियों पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी। इस घटना के बाद आरोपी आशिक को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपी ने कहा कि अपार्टमेंट में उसकी गर्लफ्रेंड रहती है। उसकी गर्लफ्रेंड ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया। वह उससे बात नहीं कर रही थी, इसलिए गर्लफ्रेंड को सबक सिखाने के लिए उसने पार्किंग में खड़ी गर्लफ्रेंड की गाड़ी को जलाना चाहता था, लेकिन आग इतनी भड़क गई कि अन्य गाड़ियों में भी आग लग गई। आरोपी संजय किरार पुलिस ने न्यायालय में पेश किया है।
इस घटना को लेकर जानकारी देते हुए टीआई विश्वविद्यालय उपेंद्र छारी ने बताया कि आग पर काबू पाने के बाद जब जांच की और वहां पर लगे CCTV कैमरे खंगाले तो मामला खुला। वहां आग शॉर्ट सर्किट से नहीं बल्कि कार से आए युवक ने पेट्रोल डालकर लगाई थी। फुटेज के आधार पर युवक की तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला। एक अन्य फुटेज में कार का नंबर स्पष्ट दिख गया था। रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस कार मालिक के पास पहुंची तो पता चला कि कार को संजय पुत्र नरेंद्र किरार निवासी गुढ़ी-गुढा का नाका लेकर गया था। पुलिस ने उसकी तलाश की और दो दिन की मशक्कत के बाद संजय पुलिस के हाथ लग गया है। आरोपी ने बताया कि वह बिना बताए कार लेकर आया था।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि राजकमल अपार्टमेंट में उसकी गर्लफ्रेंड रहती है। वह आरोपी से नाराज हो गई थी और उसे ब्लॉक कर दिया। आरोपी ने बताया कि उसने कई बार मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मान रही थी। इसके बाद आरोपी ने उसको सब सिखाने की योजना बनाई और पार्किंग में खड़ी उसकी स्कूटी पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग इतनी फैल गई कि वहां और गाड़ियां चपेट में आ गईं।पु लिस ने उसे बताया कि फायर बिग्रेड जरा भी देर से पहुंचती तो पूरे अपार्टमेंट में आग फैल सकती थी।