मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में आस्था का एक अजब गजब मामला सामने आया है। यहां पिता ने तराजू के एक पलड़े में बेटे को बैठाया और दूसरे में नोटों के बंडल रख तुलवाया। दोनों के वजन बराबर होने पर पैसों को मंदिर में दान कर दिया।
मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में आस्था का एक अजब गजब मामला सामने आया है। यहां पिता ने तराजू के एक पलड़े में बेटे को बैठाया और दूसरे में नोटों के बंडल रख तुलवाया। दोनों के वजन बराबर होने पर पैसों को मंदिर में दान कर दिया।
बताया जा रहा है कि बेटे का वजन 83 किलो होने पर 10 लाख रुपये से ज्यादा रुपये की राशि चढ़ाई गई है। आसपास के रहवासियों के अनुसार पिता ने चार साल पहले तेजाजी मंदिर में बेटे के लिए मन्नत मांगी थी। कहा था कि मन्नत पूरी होगी तो बेटे के वजन बराबर रुपये दान करूंगा।
उज्जैन जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर बड़नगर तहसील का एक वीडियो सोशल मीडिआ पर वायरल हुआ है। इसमें तराजू में एक तरफ एक युवक बैठा है और दूसरी तरफ नोटों से गड्डियां राखी गई है। जब पड़ताल की गई तो पता कि एक किसान ने मन्नत पूरी होने पर अपने बेटे को नोटों की गडि्डयों से तौला है।
पेशे से किसान पिता का नाम चतुर्भुज जाट है। उन्होंने चार साल पहले 30 साल के बेटे वीरेंद्र जाट के लिए श्री सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज के मंदिर में मन्नत मांगी थी। तय किया था कि अगर मन्नत पूरी होती है तो बेटे के वजन के बराबर रुपये मंदिर में दान करेंगे। चतुर्भुज ने मन्नत के बारे में तो नहीं बताया, पर इतना जरूर कहा कि मन्नत पूरी हो गई है।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि तराजू के एक पलड़े में नोटों की गडि्डयां रखीं हुई है और दूसरी ओर एक युवक बैठा है। बेटे का वजन 83 किलो होने पर तौल के बाद कुल 10 लाख 7 हजार रुपये मंदिर के लिए दान कर दिए। वीडियो गुरुवार का है जो शुक्रवार को सामने आया है।
बड़नगर के रहने वाले किसान चतुर्भुज जाट ने बताया कि गुरुवार को तेजाजी दशमी के दिन बेटे को नोटों की गडि्डयों से तौलना तय किया गया था। इसके लिए 10-10 रुपये के नोटों की एक हजार से ज्यादा गडि्डयां इकट्ठा कीं। मंदिर में बड़ा तराजू भी मंगवाया गया। एक तरफ बेटे वीरेंद्र जाट को बैठाया और दूसरी तरफ थैलियों में नोटों के बंडल रखे गए थे। तराजू में वीरेंद्र के वजन के बराबर करीब एक हजार सात गडि्डयां रखी गई थीं। गिनने पर यह राशि 10 लाख 7 हजार निकली। इस रकम को तेजाजी मंदिर के निर्माण कार्य के लिए दान कर दिया गया।