बरियारपुर(देवरिया), हिन्दुस्तान टीम। जिले के बरियारपुर कस्बे में सोमवार को उत्तर प्रदेश किसान सभा की एक संकल्प सभा सम्पन्न हुई। सभा मे मुख्य वक्ता के रूप मे बोलते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव बादल सरोज ने कहा की आजादी के 77 वर्षो के बाद भी दलितों पिछड़ों, आदिवासी समुदायों को उनके जायज हक नहीं दिया जा रहा है। इसका सबसे ज्वलंत उदाहरण बरियारपुर के भूमिहीनों का है, जिन्हे सन 1995 में भूमि का पट्टा मिला, खतौनी में नाम भी दर्ज है लेकिन जमीन पर आज तक कब्जा नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि राज्य की सरकार बुलडोजर नीति चला कर समाज का भाई चारा बिगाड़ रही है, दूसरी ओर केंद्र मे बैठी मोदी सरकार पूंजीपतियों और कार्पोरेट घरानो को मालामाल करने मे लगी है। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय से एकता बनाकर संघर्ष करने की अपील की।
उत्तर प्रदेश किसान सभा के राज्य कोषाध्यक्ष बाबूलाल यादव ने कहाकि ये किसानों की ही एकता थी जिसने मोदी सरकार को भी झुकने पर मजबूर करके तीनो कृषि कानूनों वापिस लेने पर मजबूर कर दिया था। साधुशरण सिंह ने कहा कि आवारा जानवर किसानों की फसलों को चौपट कर रहे हैं, प्रशासन मौन धारण किये बैठा है। सभा के अंत मे बरियारपुर के जनता की ज्वलंत सवालों पर संघर्ष करने का संकल्प प्रस्ताव भी पारित किया गया।
सभा को मध्य प्रदेश किसान सभा के राज्य महासचिव अखिलेश यादव, राधा किशन यादव, रमाशंकर गुप्ता, सुदर्शन प्रसाद, सुदामा आदि ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता रामविलास प्रसाद और संचालन युवा नेता अरविंद ने किया।