मध्य प्रदेश पुलिस ने रीवा जिले से गुरुवार को एक व्यक्ति को कथित तौर पर ड्रग तस्करी का गिरोह चलाने और पिछले दो सालों में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से राज्य के विंध्य क्षेत्र में पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत के ड्रग्स की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। वहीं इस पूरे मामले में राज्य की एक मंत्री का नाम सामने आ रहा था। कहा जा रहा था कि गिरफ्तार आरोपी शैलेंद्र सिंह शहरी विकास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी का रिश्तेदार है। जिससे की भाजपा नेता ने साफ इनकार किया है।
एडिशनल पुलिस सुपरिटेंडेंट विक्रम सिंह कुशवाह ने बताया कि शैलेंद्र सिंह को आज सुबह सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। सिंहपुर पुलिस ने 12 जुलाई को सतना में उत्तर प्रदेश से आ रही एक पिकअप गाड़ी को रोका था। एडिशनल एसपी ने कहा, ‘कुल 7,200 बोतल कफ सिरप जब्त किए गए, जिसमें कोडीन फॉस्फेट (एक नारकोटिक पदार्थ) है, जिसकी कीमत 12.25 लाख रुपये है।’
कुशवाह ने कहा, ‘उस समय दिवाकर पटेल नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था, जबकि बादल सिंह, अशोक गौतम और अमित गुप्ता नामक तीन व्यक्ति भाग गए थे। हमारी जांच में पता चला कि इस पूरी तस्करी का सरगना शैलेंद्र सिंह था, जिसने पिछले दो सालों में यूपी से विंध्य क्षेत्र में 5.35 करोड़ रुपये की ड्रग्स भेजी थी।’ एडिशनल एसपी ने बताया कि उस पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट, ड्रग्स कंट्रोल एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 (संगठित अपराध) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
शैलेंद्र मेरा रिश्तेदार नहीं
इसी बीच, मध्य प्रदेश की शहरी विकास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने कुछ लोगों द्वारा किए जा रहे उन दावों को खारिज किया है, जिसमें कहा जा रहा है कि शैलेंद्र सिंह उनकी छोटी बहन प्रियंका के पति हैं। मंत्री ने पीटीआई से कहा, ‘शैलेंद्र सिंह मेरे रिश्तेदार नहीं हैं। मेरा नाम बेवजह उनके साथ जोड़ा जा रहा है। वह (आरोपी) वास्तव में जाति से क्षत्रिय हैं। हम क्षत्रिय नहीं बल्कि बागरी हैं। मेरा उनसे कोई लेना-देना नहीं है।’ सतना की रैगांव (एससी आरक्षित) सीट से भाजपा विधायक बागरी ने कहा, ‘पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। मैं पुलिस को हरसंभव मदद दूंगी।’