श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास द्वारा चलाए जा रहे महासंपर्क अभियान के तीसरे दिन मंगलवार को धर्मनगरी में संतों, महंतों से संपर्क कर श्रीकृष्ण जन्मभूमि ईदगाह केस में हाईकोर्ट में गवाही के लिए संपर्क कर शपथ-पत्र भरवाये गए। पुराना रास मंडल में हुई बैठक को संबोधित करते हुए हिंदूवादी एवं पक्षकार दिनेश शर्मा ने कहा कि याचिकाकर्ता होने के नाते हमने सभी संप्रदायों, महामंडलेश्वर, आचार्यगणों से गवाही के लिए संकल्प पत्र लिए हैं। सभी संतों ने राम मंदिर आंदोलन की तर्ज पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए मनोयोग से लगने की बात कही है। महंत रामस्वरूप दास, रास मंडल निर्मोही अखाड़ा के महंत लाड़िली शरण महाराज व उदासीन संप्रदाय के संत रामशरण दास ने प्रतिबद्ध होकर कहा कि भगवान योगेश्वर श्रीकृष्ण के लिए हमारा तन मन धन समर्पित है और चराचर ब्रह्म के स्वामी योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण की भूमि आताताई शक्तियों से मुक्त होगी ऐसा हमारा विश्वास है। पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ व पं श्याम बिहारी चतुर्वेदी ने कहा कि सभी संत राम मंदिर आंदोलन के बाद अब भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर निर्माण में लगेंगे। समस्त ब्रजमंडल में एक बार फिर राम मंदिर आंदोलन की तर्ज पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति जनजागरण की गूंज सुनाई देगी।
इस अवसर पर डॉ. जमुना देवी शर्मा, संत हरिदास, विश्व हिंदू परिषद के जयराम शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पाठक, जिलाध्यक्ष ठाकुर नरेश सिंह, मीडिया प्रभारी रिचा शर्मा, बालकिशन शर्मा,बालू पंडित, महिला जिला अध्यक्ष गुंजन शर्मा, सरोज गोला, महेश पंडित, श्रीपाल बघेल आदि थे।