माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी के जल्द जेल से बाहर निकलने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। अब्बास के खिलाफ गैंगस्टर का एक और मुकदमा दर्ज हो गया है। अब्बास और उसके गैंग के चार अन्य सदस्यों के खिलाफ यह मुकदमा चित्रकूट में दर्ज किया गया है। अब्बास इस समय कासगंज जेल में बंद है, जबकि मुकदमे में नामजद चार अन्य सहयोगी जमानत पर बाहर हैं। अब्बास अंसारी के परिवार वाले और सांसद चाचा अफजाल अंसारी ने पिछले ही दिनों कहा था कि जल्द ही अब्बास जेल से बाहर आएगा। उसे ज्यादातर मामलों में जमानत मिल गई है। अब्बास की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में भी अपने मामलों को लेकर याचिका दायर की गई थी। अब गैंगस्टर का नया मामला दर्ज होने के कारण जल्द जेल से बाहर आने की उम्मीद एक तरह से खत्म हो गई है।
चित्रकूट में कर्वी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक उपेंद्र प्रताप सिंह ने अब्बास पर शिकंजा कसा है। अब्बास के साथ गैंग के शंकर बाजार कर्वी निवासी नवनीत सचान, रेवतीपुर कंशरायपट्टी जिला गाजीपुर निवासी नियाज अंसारी, द्वारिकापुरी पुरानी बाजार कर्वी निवासी फराज खां और अर्दली बाजार वाराणसी निवासी शहबाज आलम खां के खिलाफ उप्र गिरोह बंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया है। केस के अनुसार अब्बास का गैंग चित्रकूट में पंजीकृत है और गैंग के सदस्य लोगों में भय पैदाकर अवैध रूप से रंगदारी वसूली करते हैं।
गौरतलब है कि अब्बास को चित्रकूट जेल में ही पत्नी निखत के साथ अवैध रूप से मुलाकात करते हुए पकड़ा गया था। जेल अधिकारियों की मिलीभगत से अब्बास अंसारी रोजाना अपनी पत्नी से जेल में ही घंटों मुलाकात करते थे। इसकी भनक किसी तरह जिला प्रशासन को लगी तो डीएम और एसपी ने खुद चित्रकूट जेल में छापा मारा तो अंदर एक कमरे में पत्नी निखत बानो के साथ अब्बास को पकड़ा था। पता चला कि जेल के अफसर उसे रोज अवैध तरीके से प्रवेश देते थे। पता चला कि इस मामले में अब्बास के ही गैंग के सदस्य मदद कर रहे थे। इंस्पेक्टर के मुताबिक पूर्व में दर्ज गैंगस्टर पर कोर्ट ने प्रक्रिया पूरी न होने पर ऐतराज जताया था, जिस पर एक और केस दर्ज कराया गया है।