मध्य प्रदेश के मैहर जिले के एक युवक ने कथित तौर पर मकान मालिक द्वारा उसकी पत्नी के गैर मर्दों से संबंधों को लेकर उकसावे के बाद जहर खाकर जान दे दी। आरोप है कि मकान मालिक युवक को उसकी पत्नी के अवैध संबंधों की बात कहकर लगातार उकसाता रहता था। मृतक युवक की पहचान मनोज कोल के रूप में हुई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मैहर कोतवाली क्षेत्र के पटेल मोहल्ला निवासी संतोष पटेल के घर मृतक मनोज और उसकी पत्नी चौकीदारी करते थे। मकान मालिक संतोष की चौकीदार की पत्नी पर बुरी नजर थी, लेकिन वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सका। इस कारण वह लगातार मनोज को उसकी पत्नी के गैर मर्दों और पड़ोसियों से अवैध संबंध होने की बात कहकर ताने मारता था। इन्हीं तानों से तंग आकर मनोज ने जहर खा लिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मैहर कोतवाली पुलिस ने बताया कि मृतक के परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ में पता चला है कि मकान मालिक संतोष मृतक द्वारा मनोज की पत्नी को लेकर लगातार अफवाह फैलाई जा रही थी। मृतक की पत्नी ने पुलिस को बताया, ”संतोष कई महीनों से मेरे पति मनोज को परेशान कर रहे थे। मैंने कई बार सुना था कि तुम्हारी पत्नी पड़ोसी के घर गई थी और मैंने उसे चुम्मा लेते देखा है। मालिक और पति के बीच इस बात को लेकर विवाद भी हुए। इससे परेशान होकर उन्होंने जहर खा लिया। मालिक मुझ पर गलत नजर रखते थे।”
बताया गया है कि, पत्नी के बारे में गलत बात कहने को लेकर मकान मालिक और चौकीदार के बीच कई बार विवाद भी हुए। इसके बाद संतोष पटेल ने एक हफ्ते पहले चौकीदार मनोज पर लोहा चोरी का आरोप लगाते हुए कोतवाली में शिकायत की थी। शिकायत पर पुलिस ने चौकीदार मनोज को पकड़ लिया था, लेकिन पत्नी की गवाही और पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया।
थाना प्रभारी मैहर कोतवाली अनिमेष द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि लोहा चोरी के आरोप में मनोज को थाने लाया गया था, लेकिन उसकी साफगोई के कारण छोड़ दिया गया। इस पर मकान मालिक ने पुलिस कस्टडी में चौकीदार के जहर खाने तक की अफवाह फैलाई गई। इसकी जानकारी लगते ही संतोष को थाना लाया गया और कड़ाई से पूछताछ की गई। इसके बाद उसने उकसाने और अफवाह फैलाने का अपराध स्वीकार कर लिया। जांच में पता चला है कि उसके उकसावे के कारण की ही मनोज ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
रिपोर्ट: सचिन त्रिपाठी