संवाददाता। बंदना यादव।
इटावा। चकरनगर के एक गांव से सरकारी नलकूप के गहरे पानी के कुंड से अजगर सर्प के 24 बच्चे सैंक्चुअरी की टीम ने रेस्क्यू कर बाहर निकाले। रेस्क्यू के दौरान एक विषैला करैत सर्प भी पकड़ा गया। करैत को समीप के जंगल में, तो अजगर के बच्चों को क्वारी नदी के जंगल में छोड़ा गया। अजगर एक माह तो करैत छह माह का बताया गया। -सैंक्चुअरी रेंजर कोटेश त्यागी ने बताया कि चकरनगर तहसील के गांव गोपालपुरा के किसान अजय मिश्रा के खेत पर संचालित एक सरकारी नलकूप के पानी के गहरे कुंड में एक माह के अजगर के बच्चे दिखने की सूचना दी गई थी। सूचना पर सर्प मित्र डॉ अशीष त्रिपाठी के साथ पहुंची विभागीय टीम ने करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर अजगर सर्प के 24 बच्चे पकड़े। जिनकी तीन से चार फीट लंबाई और एक माह के बताए गए। इस दौरान करीब छह माह का पांच से छह फीट लंबा एक विषैला करैत सर्प भी पकड़ा गया। इस विषैले सर्प को गोपालपुरा के ही जंगल में छोड़ दिया गया, जबकि अजगर के दो दर्जन बच्चे क्वारी के जंगल में हनुमंतपुर गांव से आगे सुरक्षित स्थान पर छोड़े गए। रेस्क्यू टीम में सर्प मित्र डॉ आशीष त्रिपाठी, रेंजर कोटेश त्यागी, वन दरोगा प्रताप वर्मा, वन रक्षक धर्मेन्द्र यादव व महेन्द्र यादव सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे। रेंजर ने बताया कि उक्त अभियान में रेस्क्यू के लिए एक टीम आगरा से भी बुलाई गई थी।