प्रतियोगिता जीतने के बाद श्वेता ने बताया कि उन्हें शुरुआत से ही खेलने का शौक था और स्टार्टिंग से ही अपने विद्यालय में बैडमिंटन खेला करती थी. कई मौके पर मुझे स्कूल की तरफ से खेलने का मौका मिला.
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जब प्रकट हुए रामलला…. 22 दिसंबर 1949 की रात से कैसा रहा 75 साल का सफर?
अयोध्या: आज का दिन अयोध्या समेत पूरे देश के राम भक्तों के लिए बेहद खास है. आज से ठीक 75...