संवाददाता – हरिओम पाण्डेय।
◆एनसीएल में आयोजित हुई ‘14वीं एनसीएल अंतर क्षेत्रीय प्राथमिक उपचार प्रतियोगिता।
◆ कृष्णशिला क्षेत्र में आयोजित प्रतियोगिता में 56 टीमों के प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा।
बीना। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एनसीएल में रविवार को कृष्णशिला क्षेत्र में 14 वीं प्राथमिक उपचार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में कंपनी के 13 कोयला क्षेत्रों व इकाइयों की 56 टीमों ने हिस्सा लिया । प्रतियोगिता का समापन समारोह रविवार को शाम में आयोजित किया गया जिसमें निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। साथ ही एनसीएल के निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/संचालन) जितेंद्र मलिक, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) एस.पी.सिंह, एनसीएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी रविंद्र प्रसाद (आईटीएस) मौजूद रहे।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि मनीष कुमार ने कहा कि सभी कर्मियों के पास प्राथमिक उपचार का ज्ञान होना चाहिए, प्राथमिक उपचार एक महत्वपूर्ण गुण है। उन्होने इस हेतु सभी कर्मियों को अधिक से अधिक जागरूक करने के लिए आवहान किया। निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण ने प्राथमिक उपचार को कंपनी तक सीमित न रखकर इसे समाज का हिस्सा बनाने पर ज़ोर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निदेशक (तकनीकी/संचालन) जितेंद्र मालिक ने अपने वक्तव्य में प्राथमिक उपचार को प्राचीनतम उपचार पद्धति बताया तथा इसे ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों तक पहुंचाने हेतु निर्देशित किया। प्राथमिक उपचार प्रतियोगिता के समापन समारोह में बोलते हुए निदेशक (तकनीकी योजना एवं परियोजना) एस.पी.सिंह ने प्राथमिक उपचार के नियमों को समझने व इसके समयवार अद्यतन पर ज़ोर दिया। कार्यक्रम में एनसीएल मुख्य सतर्कता अधिकारी रवीद्र प्रसाद, ने अपने वक्तव्य में प्राथमिक उपचार के महत्व के बारे में बताया ।
एनसीएल के जेसीसी के सदस्यगणों व सीएमओएआई के महासचिव प्राथमिक उपचार प्रतियोगिता के सफल आयोजन की सराहना किया। उन्होने कहा कि प्राथमिक उपचार प्रतियोगिता से प्राथमिक उपचार को लेकर जागरूकता बढ़ रही है और प्राथमिक उपचार से सीखे गए गुणों को वास्तविक दुर्घटनाओं के केश स्टडी से जोड़ कर समझना ज़रूरी है ।
अंतर क्षेत्रीय प्राथमिक उपचार प्रतियोगिता का उदघाटन एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) जितेंद्र मलिक ने रविवार सुबह किया था। इस प्रतियोगिता में 56 टीमों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में प्राथमिक चिकित्सा से सम्बंधित स्ट्रेचर ड्रिल, मार्चपास्ट, मॉडल तथा उपचार संबंधी प्रतियोगिताए आयोजित की गई। विभिन्न क्षेत्रों की इन टीमों को पांच श्रेणियों में बांटा गया था।
प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा अलग- अलग श्रेणियों में प्रतियोगिताओं में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया जिसमे मार्चपास्ट में दूधिचुआ विजेता एवं डीएवी स्कूल बीना उपविजेता, मॉडल में दूधिचुआ विजेता, डीएवी स्कूल बीना उपविजेता, प्रश्नोत्री में टीम ‘ए’ में निगाही विजेता व ब्लॉक ‘बी’ उपविजेता, टीम ‘बी’ में अमलोरी विजेता व निगाही उपविजेता, टीम ‘सी’ में एनएससी विजेता व मुख्यालय उपविजेता, टीम ‘डी’ में अमलोरी विजेता व निगाही उपविजेता, टीम ‘ई’ में खड़िया विजेता एवं सीडबल्यूएस उपविजेता रही । स्ट्रेचर ड्रिल में टीम ‘ए’ में जयंत विजेता व निगाही उपविजेता, टीम बी में दूधिचुआ विजेता एवं निगाही उपविजेता, टीम डी में बीना विजेता एवं ब्लॉक बी उपविजेता रहा।
ओवरआल टीम ‘ए’ में निगाही विजेता व खड़िया उपविजेता, टीम ‘बी’ में अमलोरी विजेता व निगाही उपविजेता, टीम ‘सी’ में एनएससी विजेता व अमलोरी उपविजेता टीम ‘डी’ में अमलोरी विजेता व निगाही उपविजेता टीम ‘ई’ में खड़िया विजेता एवं सीडबल्यूएस उपविजेता रहा ।
एनसीएल के मुख्य चिकित्सा सेवाएं (सीएमएस) विवेक खरे ने प्रतियोगिता की प्रतिवेदन (रिपोर्ट) पेश की। एनसीएल की मेडिकल टीम तथा सुरक्षा एवं बचाव विभाग के विभागाध्यक्ष राजीव कुमार एवं उनकी टीम की विशेष देखरेख में आयोजित इस प्रतियोगिता के समापन समारोह में कृष्णशिला के क्षेत्रीय महाप्रबंधक सुमन सौरभ व उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही। कार्यक्रम में प्रतिभागियों, संविदा कर्मियों , स्कूली बच्चों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दी गईं।
इस अवसर पर एनसीएल के जेसीसी सदस्य अजय कुमार, अरूण दुबे, वीरेंद्र सिंह बिष्ट एवं अशोक पांडेय, सीएमओएआई के महासचिव सर्वेश सिंह, एनसीएल की कृति महिला मण्डल की उपाध्यक्षा श्रीमती नम्रता कुमार, श्रीमती संगीता नारायण, श्रीमती वीणा सिंह, श्रीमती नीतू प्रसाद, सभी क्षेत्रों व मुख्यालय के महाप्रबंधकगण व बड़ी संख्या में कर्मी शामिल हुए।