संवाददाता – अर्चना शुक्ला।
सोनभद्र। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने अवगत कराया है कि 02 अक्टूबर, 2023 के अवसर पर स्वच्छता के लिए जन आन्दोलन के उत्सव के दृष्टिगत ’’स्वच्छ भारत दिवस (एसबीडी)’’ के रूप में मनाया जाना है, जो महात्मा को उनकी जयंती के दिन एक श्रद्धांजलि है। एसबीडी- 2023 की प्रस्तावना के रूप में वार्षिक स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) पखवाड़ा स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण और शहरी (DDWS & MoHUA) द्वारा संयुक्त रूप से 15 सितंबर से 02 अक्टूबर, 2023 से आयोजित किया जा रहा है, इस सम्बन्ध में भारत सरकार के निर्देशानुसार स्वच्छता ही सेवा, 2023 ’कचरा मुक्त भारत’ पखवाड़ा मनाया जाना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने बताया कि एसएचएस -2023 की थीम ‘‘कचरा मुक्त भारत‘‘ है, जिसका उद्देश्य दृष्यमान साफ-सफाई और सफाई मित्रों के कल्याण व समृद्धि से सम्बन्धित है, विगत वर्षों की तरह स्वच्छता गतिविधियों की भावना स्वैच्छिकता/श्रमदान से है, इस स्वच्छता पखवाड़े में विशेषकर ऐसे सार्वजनिक स्थानों पर जहां लोगों का आवागमन बहुतायत में होता है, जैसे-बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, पर्यटन स्थल, चिड़ियाघर, राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य, ऐतिहासिक समारक, नदियों के किनारे, घाट, नालिया और नाले आदि पर साफ-सफाई की गतिविधियां क्रियान्वित किया जाना है, जिसके लिए जनपद में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जानी है जैसे-सूचीबद्ध सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर विशेष सफाई अभियान चलाकर कचरा हटाया जाये, क्षेत्र में कूड़ेदान, सार्वजनिक शौचालय, अपशिष्ट परिवहन वाहन, एमआरएफएस आदि जैसी सभी स्वच्छता संपत्तियों की मरम्मत, पेंटिंग, साफ-सफाई और ब्राडिंग किया जाये, नदी तटों विशेषकर गंगा नदी के किनारे स्थित शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई कराने और कपड़े (प्लास्टिक सहित) को हटाने के अभियान में सहायता प्रदान की जाये, पर्यावरण एवं वन विभाग अन्तर्गत चिड़ियाघरों, राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीव अभयारण्यों आदि संरक्षित क्षेत्रों में कूड़ा-कचरा की सफाई तथा प्लास्टिक/पाॅलीथीन फैलाने से रोकने के लिए नियमानुसार कार्यवाही करायी जाये, पर्यटन स्थलों एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारकों की सफाई अभियान के साथ-साथ एकल उपयोग वाली प्लास्टिक (सिंगल यूज्ड प्लास्टिक) वस्तुओं के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए आईईसी गतिविधियां की जाये, जैसे-सूखे और गीले कचरे के पृथक-पृथक पात्र के लिये हरा गीला सूखा नीला अभियान चलाया जाये, छावनी परिषद क्षेत्रों में आईईसी अभियानों के साथ स्वच्छता अभियान सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्पों को प्रोत्साहित किया जाये, स्कूलों में स्वच्छता अभियान और जागरूकता गतिविधियाॅ संचालित की जाये, जिससे स्रोत पर अपशिष्ट पृथक्करण, अपशिष्ट से धन सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के विकल्पों के महत्व को बच्चे समझ सकेंगें। जहां संभव हो स्कूलों/काॅलेजों में स्वच्छता चल मनाए जा सकते हैं, हर पटरी साफ-सुथरी अभियान के तहत रेल विभाग की सभी परिसंपत्तियों की सफाई रेलवे जिसमें रेलवे ट्रैक रेलवे स्टेशन काॅलोनिया अस्पताल आदि को सम्मिलित किया जाये, देश/राज्य की स्वच्छता सम्बन्धी उपलब्धियों/यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए विशेष कार्यक्रम, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाये। उन्होंने बताया कि स्वच्छता अभियान स्वैच्छिक होना चाहिए और इसे नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवको एनसीसी डेटा एनएसएस स्वच्छता प्रहरियों, स्वयं सहायता समूहों स्वच्छाग्रहिया, आर0ए0 एवं व्यापारी संगठनों आदि को सम्मिलित कर चलाया जाये, एसएचएस-2023 पखवाड़े के दौरान ’’श्रमदान’’ का प्रभावी अभिलेखीकरण किया जायेगा तथा उच्च स्तर की रिजाॅल्यूलेशन वाली फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी कराई जायेगी, जिसमें आँन-ग्राउण्ड गतिविधियों की चित्रों को संकलित किया जायेगा तथा एसएचएस-2023 पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा, जिसका लिंक शीघ्र ही साझा किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा।