चार पत्रकारों पर हुए हमले को लेकर जीआरपी मिर्जापुर मे हुआ मुक़दमा दर्ज।
सोनभद्र- सलईबनवाँ रेलवे- स्टेशन पर कई दशकों से चलाया जा रहा तारकोल तेल का मिलावट प्रकाश में आया एक नया मोड चोपन के चार पत्रकारों पर हुआ जान लेवा हमले के मामले मे हुआ मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है प्राप्त जानकारी के मुताबिक सत्यदेव पाण्डेय पुत्र स्व0 दया शंकर देव पाण्डेय निवासी-ग्राम चोपन थाना- चोपन जनपद सोनभद्र के द्वारा प्रर्थना पत्र देकर थाना जीआरपी मिर्जापुर को उपरोक्त मामले से अवगत करवाया गया था जिसके उपरांत जीआरपी मिर्जापुर के द्वारा तहरीर के आधार पर क्राइम नंबर- 119 सन् 2023 धारा- 147, 323, 504, 506 आई पी सी अभियुक्त मे मनोज यादव पिता का नाम अज्ञात सलईबनवा ग्राम पंचायत कोटा, सोनभद्र, शिवा यादव पिता का नाम अज्ञात सलईबनवा ग्राम कोटा चोपन, सोनभद तिवारी पिता का नाम अज्ञात सलईबनवा ग्राम कोटा, चोपन, सोनभद व 8 से 9 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया वहीं थानाध्यक्ष राजकीय रेलवे पुलिस मिर्जापुर, पूर्व मध्य रेल धनबाद। खबर करने के दौरान स्टेशन परिसर में कोल खनन माफियाओं द्वारा रखे गुर्गे द्वारा पत्रकारों के साथ बदसलूकी करते हुए मारपीट करने व गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र द्वारा अवगत करवाया गया था वहीं पूरा मामला सत्यदेव पाण्डेय पुत्र स्व0 दयाराम पाण्डेय अपने पत्रकार साथी प्रमोद कुमार भारती, अमलेश सोनकर, कामेश्वर विश्वकर्मा निवासीगण थाना चोपन जनपद सोनभद्र दिनांक 27.08.2023 को दोपहर लगभग 02.00 बजे राष्ट्रीय खबर बन चुकी करोड़ो की अवैध कोयले की काला बाजारी की खबर को कवरेज करने के लिए सलईबनवा रेलवे स्टेशन कोल साइडिंग पर जा रहे थे उसी दौरान रेलवे स्टेशन सलाईबनवा पहुंचे ही थे कि हम लोगो की प्रेस आईडी देखकर स्टेशन के इर्द गिर्द घूम रहे साइड पर कोल माफिया विकास चौबे द्वारा रखे गये दर्जनो की संख्या में गुंडे हम सभी पत्रकारो को घेर लिये और गाली गलौज व मारपीट करने लगे और जान से मारने की धमकी दी और कहने लगे कि भाग जाओ दुबारा आये तो जिन्दा नही बचोगे। इस दौरान प्रार्थी का मोबाइल भी छीन कर कवरेज किये हुये घटना स्थल वीडियो भी डिलेट कर दिये। स्टेशन मास्टर और कुछ लोगो के बीच बचाव करने पर किसी तरह से हम लोगो का मोबाइल मिला और वहाँ से जान बचाते हुए वापस घर पहुंचे इस दौरान अंदरुनी चोटे आई जिससे हमारे साथियो द्वारा चोपन निजी हास्पिटल में भर्ती करवाया गया। जहाँ दवा इलाज कराने के उपरांत हम सभी लोगो ने इसकी लिखित शिकायत के रूप में चोपन थाना व जी आर पी को दिया गया था जिसके शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने की बात की गई है।