विंध्य ज्योति गाजीपुर। शिव शंकर पाण्डेय
गाजीपुर जिले के सैदपुर तहसील में मंगलवार को सैदपुर तहसील सभागार में मुख्य संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में क्षेत्रीय लोगों की जन समस्या सुनी जानी थी। लेकिन अचानक जिलाधिकारी के आने का प्रोग्राम बदल गया। जिनके स्थान पर एसपी के संग मुख्य विकास अधिकारी तहसील दिवस में शामिल हुए। जिसके कारण फरियादियों में मायूसी और नाराजगी देखने को मिली। इस दौरान कुल 52 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। जिसमें से आठ का मौके पर निस्तार किया गया।सैदपुर तहसील सभागार में इस महीने के पहले शनिवार को पूर्व की भांति मुख्य संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी की उपस्थिति में लोगों की समस्याएं सुनी जानी थी। इसके लिए सुबह से ही क्षेत्रीय लोग सैदपुर तहसील पहुंचकर, अपने प्रार्थना पत्रों की टाइपिंग, फोटो स्टेट सहित संलग्नक अभिलेख इकट्ठा करते रहे। जिलाधिकारी के इंतजार में तहसील में मौजूद फरियादियों को तब मायूस होना पड़ गया, जब जिलाधिकारी के जगह मुख्य विकास अधिकारी समाधान दिवस में शामिल फरियादियों ने इस बाबत जब जानकारी ली, तो उन्हें पता चला कि किसी भी समय जिलाधिकारी भी समाधान दिवस में शामिल हो सकती हैं। इसके बाद समाधान दिवस के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों की लाइन लग गई। लेकिन काफी देर तक जब जिलाधिकारी का आगमन समाधान दिवस में नहीं हुआ, तो क्षेत्र के कुछ फरियादी बिना प्रार्थना पत्र दिए ही वापस लौट गए। इस दौरान क्षेत्र के 52 लोगों ने सीडीओ संतोष कुमार वैश्य के समक्ष अपना प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। जिसमें आठ लोगों के प्रार्थनापत्र का हुया समाधान।