संवाददाता – अनुज कुमार जायसवाल।
सोनभद्र। जिला पूर्ति अधिकारी गौरी शंकर शुक्ला ने अवगत कराया है कि फोर्टीफाईड चावल स्वास्थ्यवर्धक है, इस चावल में लौह पाया जाता है, जो रक्त की कमी को रोकने में सहायक है, इस चावल में फोलिक एसिड का मिश्रण है, जो भ्रूण विकास एवं रक्त निर्माण में सहायक है व विटामिन ठ12 का भी मिश्रण है, जो रक्त निर्माण एवं नर्वस सिस्टम के सामान्य कामकाज में सहायक है। फोर्टीफाईड चावल के लाभ का जनमानस में व्यापक प्रचार -प्रसार कराने, संस्कृति विभाग का सहयोग प्राप्त कर नुक्कड़ नाटक कराने तथा स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत सार्वजनिक स्थलों पर वाल पेन्टिग के माध्यम से फोर्टीफाईड चावल के प्रयोग व इसके लाभ का प्रचार-प्रसार किया जाये, उन्होंने सभी पूर्ति निरीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि आम जनमानस में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये और लोगों को इससे होने वाली फायदों के सम्बन्ध में जानकारी दी जाये, जिससे कि लोग फोर्टिफाइड चावल का अधिक से अधिक प्रयोग करें, उन्होंने बताया कि प्लस एफ लोगी फोर्टिफाइड चावल का प्रतीक है, फोर्टिफाइड चावल की टैगलाइन है, सम्पूर्ण पोषण, स्वस्थ जीवन, फोर्टिफाइड चावल में आयरन, फाॅलिक एसिड एवं विटामितन बी012 जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं, यह सामान्य चावल में 1 अनुपात 100 दाने मिलाया जाता है, फोर्टिफाइड चावल खाने से एनियमिना की बीमारी नहीं होती है, फोर्टिफाइड चावल पोषक तत्वों के भण्डार को अधिक कुशलता से शरीर में बनाये रखता है। फोर्टिफाइड चावल के पकाने की विधि- इसे 2 से 3 बार धूलें, चावल को भिगोने में प्रयुक्त पानी को ही चावल पकानें में प्रयोग करें, चावल को वाटर टाईट बर्तन जैसे- कुकर या भगौना में पकायें, चावल के माड़ को न फेके। फोर्टिफाइड चावल के भण्डारण का तरीका- फोर्टिफाइड चावल को साफ, ठंडी, सूखे स्थानों पर संग्रहित करना चाहिए, भण्डारण क्षेत्र हवादार होना चाहिए और हर रोज झाड़ू से साफ करना चाहिए, किसी प्रकार का उर्वरक, कीटनाशक आदि को फोर्टिफाइड चावल के पास नहीं रखना चाहिए, फोर्टिफाइड चावल को दीवार से 6 इंच की दूरी छोड़कर रखना चाहिए, जूट बैग (बोरे) की ऊॅचाई 20 से 22 होनी चाहिए। उन्होंने पूर्ति निरीक्षक के साथ बैठक के दौरान सम्बोधित करते हुए कहा कि उचित दर विक्रताओं के कर्तव्य-विके्रताओं को कार्डधारको, ग्राम पंचायत में स्थित विद्यालयों हेडमास्टर एवं रसोइयों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा ग्राम प्रधान को फोर्टिफाइड चावल पर जागरूक करना है, जनता में फैली भ्रांतियाॅ यथा कि यह प्लास्टिक चावल है फोर्टिफाइड चावल में तत्व पकाने के दौरान नष्ट हो जाते हैं आदि को दूर करना है।