मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित पुलिस लाइन में परेड की सलामी ली। शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने पहले शहीदों को श्रद्धांजलि दी। फिर यूपी सरकार शहीदों के परिजनों के साथ मुलाकात की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित पुलिस लाइन में परेड की सलामी ली। शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने पहले शहीदों को श्रद्धांजलि दी। फिर यूपी सरकार शहीदों के परिजनों के साथ मुलाकात की। सीएम योगी ने फतेहगढ़ के शहीद आरक्षी रोहित कुमार व कन्नौज के शहीद आरक्षी सचिन राठी के परिजनों को सम्मानित भी किया। इस दौरान सीएम योगी ने पुलिस विभाग के लिए कई घोषणाएं भी कीं। इसमें पुलिसकर्मियों का वर्दी भत्ता और आवासीय भत्ता बढ़ाने की भी घोषणा की। साथ ही एक हजार करोड़ से ज्यादा के कार्पस फंड की भी घोषणा की।
पुलिस स्मृति दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों का वर्दी भत्ता 70 फीसदी तक बढ़ाने की घोषणा की। इस पर 58 करोड़ रुपए का व्यय भार आएगा, जिसे शासन वहन करेगा। सीएम योगी ने कहा कि मृत पुलिसकर्मियों के कानूनी वारिस को अनुग्रह राशि मिलने में आने वाली अड़चनों को समाप्त किया जाएगा। साथ ही बैरकों में रहने वाले आरक्षी एव॔ मुख्य आरक्षियों के आवासीय भत्ते के लिए 47 करोड़ रुपए प्रदान किए जाएंगे, जिसका लाभ करीब 25 फीसद कर्मियों को मिलेगा। इसके अलावा पुलिस बल में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए 70 लाख रुपए की जगह अब 10 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। पुलिसकर्मियों की आवासों के बेहतर रखरखाव के लिए 1380 करोड़ रुपए का कार्पस फंड की भी घोषणा की है।
इस मौके पर सीएम योगी ने संबोधित करते हुए कहा कि शहीद-पुलिसजन के परिवार सदस्यों को मैं यह आश्वस्त करने की कोशिश करूंगा कि सरकार उनके कल्याण के लिए पूरी तत्परता के साथ प्रतिबद्ध है। पुलिसजन अत्यंत कठिन परिस्थितियों के बावजूद भी दिनरात अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर अपराधों पर नियंत्रण करने का काम कर रहे हैं। सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश के जनपद इकाइयों में नियुक्त पुलिस कार्मिकों के सुख सुविधा के लिए 3 करोड़ 50 लाख और कल्याण के लिए 4 करोड़ दिए गए हैं।